Shani Margi: ज्योतिषीय गणना में शनि का अहम महत्व है। जिसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि शनि देव न्यायकर्ता माने जाते हैं। ये हर राशि के जातक को उसके कर्म के अनुकूल फल प्रदान करते हैं। ऐसे में जो न्यायसंगत कार्य करते हैं, दूसरों को कष्ट नहीं देते, अनावश्यक झूठ से वास्ता नहीं रखते, गरीब और जरूरतमंदों को अपनी क्षमता के अनुसार मदद करते हैं उन्हें शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। वहीं जिनका न्याय और अच्छे कर्मों के दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं होता उन्हें शनि देव कष्ट भी देते हैं, ताकि वे भी अपनी गतलियों से सीख लेकर अपने जीवन की सार्थकता को सिद्ध कर सकें। ज्योतिषीय गणना के मुताबिक आज यानी 4 नवंबर को शनि देव कुंभ राशि में मार्गी हो गए हैं। ऐसे में शनि की इस मार्गी चाल से 5 राशि वालों पर आज से आने वाले 237 दिनों को शनि देव की टेढ़ी नजर रहेगी। आइए ज्योतिषीय गणना के आधार पर जानते हैं कि शनि मार्गी से 5 राशि के जातकों को विशेष सतर्क करना होगा।
इस वक्त 5 राशियों पर है शनि देव की टेढ़ी नजर
ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक इस वक्त कुंभ राशि समेत मीन, मकर राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। जबकि वृश्चिक और कर्क के जातकों पर शनि की ढैय्या चल रही है। ऐसे में इन 5 राशि के जातकों को आज (शनिवार) से आने वाले 237 दिनों तक बेहद सतर्क रहना होगा। हालांकि इससे डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि अगर इस दौरान आज (शनिवार) से प्रत्येक शनिवार को शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय किए जाएं तो बेहतर होगा।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए क्या उपाय करें
1.ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्यास्त के वक्त पीपल के नजदीक दीया जलाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। ऐसे में शनि मार्गी की अवधि में प्रत्येक शनिवार को किसी सुनसान स्थान पर पीपल के नीचे या शनि मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
2. उपरोक्त उपाय को करने से धन से जुड़ी परेशानियां भी दूर होती हैं। इसके अलावा शनिवार को शनि देव को तेल अर्पित करने के साथ-साथ उनका पूजन भी करें। पूजन के क्रम में शनि देव को नीले अपराजिता के पुष्प अर्पित करें। ध्यान रहे कि इस दौरान शनि देव की मूर्ति के दर्शन ना हो।
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3. पीपल को जल चढ़ाएं, पूजा करें और सात परिक्रमा करें. किसी निर्धन व्यक्ति को भोजन कराएं, ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और दरिद्रता दूर होती है.
4. आज से अगले 237 दिनों तक हर शनिवार सुबह नहाकर तेल का दान करें। ध्यान रहे कि तेल का दान उन्हें को करें जो जरुरतमंद हो। शनिवार को तेल का दान करने से पहले एक कटोरी में उसे लेकर उसमें अपना चेहरा देखें, फिर तेल का दान करें।
5. शनिवार को बजरंगबली को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें। इसके साथ-साथ हनुमान चालीसा का पाठ करें। कहा जाता है कि हनुमानजी की पूजा करने से शनि की पीड़ा कम होती है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।