Shani ke Upay: इस बार मेष संक्रान्ति पर शनि और चन्द्रमा भी विशेष युति बना रहे हैं। दोनों ग्रह कुंभ राशि में मिलकर विष योग का निर्माण कर रहे हैं। कुंभ को शनि की स्वराशि भी माना जाता है। ऐसे में यहां पर चन्द्रमा पूरी तरह से शनि के प्रभाव में जा रहा है।
ज्योतिषी मोहर सिंह लालपुरिया के अनुसार शनि और चन्द्रमा के मिलन से बनने वाला विष योग सभी राशियों के लिए अशुभ प्रभाव लेकर आएगा। हालांकि जिन लोगों पर पहले से ही शनि की साढे़ साती या ढैय्या अथवा महादशा चल रही हैं, उनके लिए यह अत्यधिक अशुभ प्रभाव लेकर आ रहा है।
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इन 3 राशियों के लिए अशुभ रहेगा विष योग (Visha Yoga)
पंचांग की गणना के अनुसार विष योग कर्क, कन्या और वृश्चिक राशि के लिए सर्वाधिक अशुभ रहेगा। ऐसे में इन राशियों को शनि की शांति के लिए आवश्यक उपाय करने चाहिए। शनि के उपायों से विष योग का अशुभ प्रभाव दूर होगा एवं शुभ फल मिलने लगेगा।
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करें शनि के ये उपाय (Shani Ke Upay)
- विष योग का दुष्प्रभाव दूर करने के लिए प्रतिदिन शिव मंदिर में जाकर गायत्री मंत्र का अधिकाधिक जप करें। इससे न केवल शनि वरन अन्य सभी दुष्ट ग्रहों का असर भी समाप्त होगा।
- प्रतिदिन सुबह के समय पीपल के वृक्ष में जल सीचें तथा उसमें स्थित भगवान विष्णु को प्रणाम करें। सायंकाल में देसी घी का दीपक जलाएं। इससे शनि के सभी बुरे असर से मुक्ति मिलेगी।
- नियम बनाकर प्रतिदिन पशु-पक्षियों के लिए अन्नदान की व्यवस्था करें। रोजाना किसी गाय अथवा कुत्ते को रोटी दें अथवा कबूतर, तोता आदि पक्षियों को सप्तअनाज डालें। इससे भी ग्रहदोष दूर होगा।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।