---विज्ञापन---

kartik Maas 2023: कार्तिक मास में क्यों किया जाता है दीपदान, जानें इसका महत्व और इतिहास

kartik Maas 2023: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास में दीपदान करना बेहद ही शुभ होता है, लेकिन क्या आपको पता है कार्तिक मास में दीपदान क्यों किया जाता है और इसका महत्व क्या है। अगर नहीं तो आइए विस्तार से जानते हैं।

Edited By : Raghvendra Tiwari | Updated: Oct 30, 2023 13:16
Share :
kartik Maas 2023
kartik Maas 2023

kartik Maas 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास 29 अक्टूबर यानी रविवार से शुरू हो चुका है और इसका समापन 27 नवंबर को होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस माह में दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि जो जातक इस माह में गंगा स्नान करते हैं, उसे पुण्य फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस तरह कार्तिक मास में गंगा स्नान का महत्व होता है ठीक उसी प्रकार दीपदान का भी महत्व होता है। तो आज इस खबर में दीपदान के महत्व और दीपदान के साथ क्या करना चाहिए इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

दीपदान का महत्व

---विज्ञापन---

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास को दामोदर मास भी कहते हैं। मान्यता है कि इस माह में पुण्य प्राप्त करना बेहद ही आसान और सहज होता है, क्योंकि कार्तिक मास में भगवान विष्णु के मंदिर में दीपक जलाना शुभ फलदायी होता है। इसके साथ ही गंगा स्नान का भी महात्म्य होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस माह में गंगा जी में भी दीपदान करते हैं और पूजा-पाठ करते हैं। जो जातक आरोग्यता प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें प्रात काल उठकर गंगा स्नान कर पीपल और तुलसी की पूजा करनी चाहिए, साथ ही दीपदान भी करना चाहिए।

यह भी पढ़ें- करवा चौथ पर महिला क्यों करती है सोलह श्रृंगार? जानें इसका महत्व और विस्तार

---विज्ञापन---

कार्तिक मास में क्यों किया जाता है दीपदान

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कार्तिक मास में दीपदान करने के पीछे एक खास कारण है। कार्तिक मास की शुरुआती 15 दिनों की रात सबसे काली रात होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो जातक इस अवधि में दीपदान करते हैं, उन्हें भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है, साथ ही अश्वमेध यज्ञ करने के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

दीपदान के साथ करें 5 काम

  • कार्तिक मास में दीपदान के अलावा प्रतिदिन श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए।
  • इसके साथ ही श्री विष्णु जी की पूजा करनी चाहिए और श्री सूक्त का पाठ भी करना चाहिए।
  • कार्तिक मास में तुलसी पूजन करना बेहद शुभ होता है। इसलिए तुलसी पूजा अवश्य करनी चाहिए।
  • मान्यता है कि कार्तिक मास में भूमि पर ही शयन करना चाहिए। इसके साथ ही ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कार्तिक मास में दीपदान के अलावा प्रतिदिन दान-पुण्य करना चाहिए। इससे भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है।

यह भी पढ़ें-  कार्तिक मास में जरूर करें विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ, भगवान विष्णु का मिलेगा आशीर्वाद

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

HISTORY

Written By

Raghvendra Tiwari

First published on: Oct 30, 2023 01:03 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें