Kaalchakra: भारतीय आध्यात्म में स्वास्तिक को शुभ फलदायक बताया गया है। जिस भी स्थान पर स्वास्तिक का विधिवत निर्माण किया जाता है, वहां से समस्त प्रकार की नेगेटिव एनर्जी, भूत, प्रेत, पिशाच आदि दूर भाग जाते हैं। इससे दैवीय कृपा प्राप्त होती है और भाग्य चमक उठता है। परन्तु यदि गलत विधि से स्वास्तिक बनाया जाए तो यह लाभ के स्थान पर नुकसान भी पहुंचा सकता है।
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पंडित सुरेश पांडेय के अनुसार गलत विधि से स्वास्तिक बनाने पर व्यक्ति का सौभाग्य भी दुर्भाग्य में बदल जाता है। इसलिए हम जब भी इस शुभ चिह्न को बनाए तो उसे सही विधि से ही बनाना चाहिए ताकि किसी प्रकार का कोई नुकसान न हों। स्वास्तिक बनाने की सही विधि जानने के लिए वीडियो पूरा देखें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
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