10 अप्रैल को चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है। यह प्रदोष व्रत हिंदू नववर्ष और साल 2025 के अप्रैल का पहला प्रदोष है। इसके साथ ही यह प्रदोष गुरुवार के दिन पड़ रहा है।
गुरुवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने के कारण इसे गुरु प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का पूजन किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का पूजन सभी प्रकार के सुखों को प्रदान करता है। इसके साथ ही आप गुरु प्रदोष व्रत के दिन राशि के अनुसार कुछ उपायों को कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि राशि के अनुसार आप किन उपायों को कर सकते हैं।
मेष राशि
शिवलिंग पर लाल फूल और बिल्व पत्र अर्पित करें। इसके साथ ही ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि
शिवलिंग का दूध, दही से अभिषेक करें। इसके साथ ही सफेद फूल अर्पित करें और ओम सोमाय नमः का जाप करें।
मिथुन राशि
भोलेनाथ को बेलपत्र और दूर्वा अर्पित करें। इसके साथ ही ओम बुधाय नमः मंत्र का जाप करें।
कर्क राशि
शिवलिंग का दूध से अभिषेक करें और चावल अर्पित करें। इसके साथ ही ओम चंद्राय नमः मंत्र का जाप करें।
सिंह राशि
शिवलिंग पर गुड़, गेहूं और कनेर का फूल अर्पित करें। ओम सूर्याय नमः का जाप करें।
कन्या राशि
भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक करें। ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें।
तुला राशि
भोलेनाथ को गुलाबजल और सुंगधित फूल अर्पित करें। इसके साथ ही ओम शुक्राय नमः का जाप करें। भगवान शिव को सफेद चंदन अर्पित कर सकते हैं।
वृश्चिक राशि
तांबे के लोटे से शिवलिंग पर जल अर्पित करें। इसके साथ ही लाल चंदन, बेलपत्र और धतूरा भी अर्पित करें। ओम अंगारकाय नमः मंत्र का जाप करें।
धनु राशि
शिवलिंग पर हल्दी मिश्रित जल, पीले फूल और चावल अर्पित करें। इसके साथ ही ओम बृहस्पतये नमः मंत्र का जाप करें।
मकर राशि
शिवलिंग पर काले तिल, जल और शमी पत्र अर्पित करें।
कुंभ राशि
शिवलिंग पर नीला फूल, और शुद्ध जल अर्पित करें।
मीन राशि
भगवान शिव को पीले फूल, चावल और दूध अर्पित करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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