Pradosh Vrat 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास का प्रदोष व्रत 26 अक्टूबर 2023 को माना जाएगा। मान्यताओं के अनुसार, हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व होता है। 26 अक्टूबर दिन गुरुवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत को गुरु प्रदोष व्रत भी कहा जाता है। पंचांग के अनुसार, यह आश्विन माह का अंतिम प्रदोष व्रत है।
प्रदोष व्रत की शुरुआत 26 अक्टूबर को 9 बजकर 44 मिनट से होगा और समापन 27 अक्टूबर को प्रात काल 6 बजकर 56 मिनट पर होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो जातक प्रदोष व्रत रखता है उसे सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही उसे भगवान शिव का आशीर्वाद भी मिलता है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, प्रदोष व्रत पर कुछ ऐसे उपाय होते हैं, जिन्हें करने से वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहती है। तो आइए उन उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
प्रदोष व्रत पर जरूर करें उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन कुछ उपाय करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं साथ ही सुख-सौभाग्य का वरदान भी देते हैं।
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इसके लिए आपको प्रदोष व्रत के दिन शिव मंदिर में जाकर सूखा नारियल चढ़ाना चाहिए। मान्यता है कि जो जातक इस दिन सूखा नारियल अर्पित करता है, उस जातक को सेहत संबंधित सारी समस्या खत्म होने लगती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन एक लोटे में जल भरकर इसमें काला तिल और गुड़ मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि जो जातक इस दिन ऐसा उपाय करता है, उस जातक का वैवाहिक जीवन में सुधार और मधुरता आने लगती है।
जो जातक प्रदोष व्रत के दिन काले तिल को छत पर पक्षियों को खाने के लिए रखता है, तो ऐसे में जातकों को सभी कार्यों में सफलता मिलती है साथ ही घर में धन-धान्य में वृद्धि भी होती है।
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डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।