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Dharma Karma: हाथ में कलावा बांधने से शनिदेव होते हैं कुपित.., जानिए क्या है सच्चाई

Dharma Karma: हिंदू धर्म में किसी भी तरह की पूजा पाठ हो या कोई अन्य मांगलिक कार्य, सभी में हाथ में मौली या कलावा बांधा जाता है। लाल, पीले, और केसरिया रंग के तीन धागों से मिलकर बनी मौली को अत्यन्त शुभ माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार ये तीन धागे तीन देवताओं, ब्रह्मा, […]

Author Edited By : Sunil Sharma Updated: Jun 6, 2023 14:08
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Dharma Karma: हिंदू धर्म में किसी भी तरह की पूजा पाठ हो या कोई अन्य मांगलिक कार्य, सभी में हाथ में मौली या कलावा बांधा जाता है। लाल, पीले, और केसरिया रंग के तीन धागों से मिलकर बनी मौली को अत्यन्त शुभ माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार ये तीन धागे तीन देवताओं, ब्रह्मा, विष्णु और महेश का भी परिचायक हैं।

ज्योतिषियों के अनुसार कलावे को हमेशा पुरुषों के दाएं हाथ में और स्त्रियों के बाएं हाथ में बांधना चाहिए। यदि इसे मंत्रों के साथ विधिवत तरीके से बांधा जाए तो यह भक्तों की संकटों से रक्षा भी करता है। इसलिए इसे रक्षा सूत्र भी कहा जाता है। रक्षाबंधन पर भी कई बहनें किसी कारणवश राखी न होने की स्थिति में इसे ही भाई के हाथ की कलाई पर बांध देती हैं।

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किन राशियों के लिए होता है कलावा बांधना शुभ

धार्मिक मान्यताओं में सभी राशियों के लिए कलावा बांधना शुभ माना गया है। हालांकि कुछ आधुनिक ज्योतिषी कलावा बांधने के लिए भी राशियों का विचार करते हैं। उनके अनुसार सभी लोगों को अपने हाथ में मौली नहीं बांधनी चाहिए। वरन जिनकी राशि के लिए यह अनुकूल हो, केवल उन्हीं को हाथ में राखी बांधनी चाहिए।

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शनि देव हो सकते हैं नाराज (Dharma Karma)

उनके अनुसार मकर और कुंभ राशि वालों को मौली नहीं बांधनी चाहिए। शनि देव नाराज हो सकते हैं और दुर्भाग्य का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि ऐसा किस धार्मिक ग्रंथ में लिखा है, इसका उल्लेख कहीं नहीं किया गया है। ज्योतिषाचार्य पंडित रामदास के अनुसार शनि को ज्योतिष में न्याय का देवता माना गया है।

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वह कहते हैं कि शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या, दशा या महादशा होने पर व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर फल मिलता है। किसी भी शास्त्र में ऐसा वर्णन नहीं किया गया है कि मौली बांधने या न बांधने से शनि की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। यदि किसी व्यक्ति के कर्म अच्छे हैं तो वह हाथ में मौली बांधे या न बांधे, तिलक लगाएं या न लगाएं, अथवा अन्य धार्मिक परंपराओं का पालन करें, न करें, उसे सुख ही मिलेगा। परन्तु यदि किसी के कर्म खराब हैं तो वह धार्मिक परंपराओं का पालन करके भी खुद को नहीं बचा सकता है।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

First published on: Jun 06, 2023 01:55 PM

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