Today Horoscope: 16 मई 2025 का दिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से कई मायनों में खास है, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह चुनौतियों भरा हो सकता है। इस दिन चतुर्थी तिथि रहेगी, जो रिक्ता तिथि मानी जाती है और शुभ कार्यों के लिए बहुत अनुकूल नहीं होती है।
यह तिथि मानसिक तनाव, भ्रम या छोटी-मोटी परेशानियां ला सकती है। नक्षत्र की बात करें तो सुबह से शाम 4 बजकर 7 मिनट तक मूल नक्षत्र रहेगा, जो तीक्ष्ण स्वभाव का है और स्वास्थ्य, जोखिम या मानसिक अशांति की स्थिति पैदा कर सकता है। इसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र लगेगा, जो रचनात्मकता तो बढ़ाता है, लेकिन जल्दबाजी में लिए गए फैसले गलत हो सकते हैं।
योग के मामले में सुबह 7 बजकर 15 मिनट तक सिद्ध योग रहेगा, जो शुभ है, लेकिन इसके बाद साध्य योग शुरू होगा, जो मध्यम फलदायी है और सफलता के लिए अतिरिक्त मेहनत की जरूरत पड़ सकती है।
करण में बव करण शाम 4 बजकर 41 मिनट तक रहेगा, जो मेहनत और तनाव का प्रतीक है, जबकि इसके बाद बालव करण रचनात्मकता को बढ़ाएगा।
यह रहेगी ग्रहों की स्थिति
ग्रहों की स्थिति पर नजर डालें तो चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे, जो साहस और उत्साह तो देते हैं, लेकिन मूल नक्षत्र के प्रभाव से मानसिक अस्थिरता भी ला सकते हैं। सूर्य वृषभ राशि में स्थिरता देंगे, लेकिन कुछ राशियों के लिए आर्थिक तनाव या अहंकार की वजह से परेशानी हो सकती है।
बुध मेष राशि में तेजी से फैसले लेने की प्रवृत्ति देगा, जो गलतियों का कारण बन सकता है। गुरु मिथुन राशि में बौद्धिक विकास को बढ़ाएंगे, लेकिन कुछ राशियों में डिसीजन लेने में परेशानी की स्थिति पैदा कर सकते हैं।
मंगल कर्क राशि में नीच के होंगे, जिससे भावनात्मक अस्थिरता, गुस्सा या पारिवारिक तनाव बढ़ सकता है।
मीन राशि में शुक्र, शनि और राहु की युति भ्रम, आर्थिक जोखिम और रिश्तों में तनाव की स्थिति ला सकती है। वहीं, केतु कन्या राशि में स्वास्थ्य और मानसिक तनाव से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि यह दिन किन राशि वालों के अच्छा नहीं रहेगा। इसके साथ ही उपायों को अपनाकर आप दिन के अशुभ प्रभाव को कम भी कर सकते हैं।
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए 16 मई 2025 का दिन अनुकूल नहीं रहेगा। बुध के आपकी राशि में होने के कारण जल्दबाजी में निर्णय लेने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है, जो गलतियों का कारण बन सकती है।
चतुर्थी तिथि और मूल नक्षत्र के प्रभाव से मानसिक तनाव, कार्यों में रुकावट, या छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। वाणी पर नियंत्रण न रखने से विवाद की स्थिति भी बन सकती है।यह दिन विशेष रूप से फाइनेंशियल और बिजनेस डिसीजन्स के लिए सावधानी बरतने वाला रहेगा।
उपाय: हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करें और लाल चंदन का तिलक माथे पर लगाएं।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए यह दिन कुछ हद तक चुनौतीपूर्ण हो सकता है। गुरु आपकी राशि में होने से बौद्धिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी, लेकिन मूल नक्षत्र और चतुर्थी तिथि के प्रभाव से अनिर्णय की स्थिति या मानसिक अशांति हो सकती है।
कार्यस्थल पर सहकर्मियों के साथ तनाव या गलतफहमी की आशंका है। मंगल के नीच राशि में होने से भावनात्मक तनाव भी बढ़ सकता है। इस दिन बड़े निवेश या जोखिम भरे फैसले लेने से बचें।
उपाय: भगवान विष्णु को पीले फूल चढ़ाएं और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए यह दिन पूरी तरह अनुकूल नहीं रहेगा। सूर्य वृषभ राशि में होने से आत्मविश्वास तो रहेगा, लेकिन मूल नक्षत्र और चतुर्थी तिथि के प्रभाव से मानसिक तनाव, कार्यों में देरी, या स्वास्थ्य संबंधी छोटी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
वाणी में कठोरता या अहंकार के कारण रिश्तों में तनाव की आशंका है। इस दिन यात्रा या बड़े खर्चों से बचें।
उपाय: सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए यह दिन मध्यम से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। शुक्र मीन राशि में राहु-शनि के साथ होने से रिश्तों में गलतफहमी या भ्रम की स्थिति बन सकती है।
मूल नक्षत्र के प्रभाव से मानसिक अशांति और आर्थिक मामलों में जोखिम की आशंका है। चतुर्थी तिथि के कारण कार्यों में बाधाएं या देरी हो सकती है। इस दिन वाद-विवाद और जल्दबाजी में लिए गए फैसलों से बचें।
उपाय: माता लक्ष्मी को कमल का फूल चढ़ाएं और शुक्र मंत्र ‘ॐ शुं शुक्राय नमः’ का 21 बार जाप करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह दिन कुछ हद तक प्रतिकूल हो सकता है। मंगल के नीच राशि में होने से भावनात्मक अस्थिरता और क्रोध की स्थिति बन सकती है।
मूल नक्षत्र और चतुर्थी तिथि के प्रभाव से स्वास्थ्य या कार्यक्षेत्र में छोटी-मोटी परेशानियां हो सकती हैं। इस दिन पारिवारिक तनाव या सहकर्मियों के साथ मतभेद की आशंका है। जोखिम भरे कार्य और यात्रा से बचें।
उपाय: हनुमान जी को लाल गुलाब चढ़ाएं और ‘ॐ हं हनुमते नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए यह दिन पूरी तरह अनुकूल नहीं रहेगा। शनि मीन राशि में राहु और शुक्र के साथ होने से भ्रम, आर्थिक जोखिम, या कार्यस्थल पर तनाव की स्थिति बन सकती है।
मूल नक्षत्र के प्रभाव से मानसिक अशांति और स्वास्थ्य संबंधी छोटी समस्याएं हो सकती हैं। चतुर्थी तिथि के कारण महत्वपूर्ण कार्यों में देरी या बाधाएं आ सकती हैं। इस दिन बड़े फैसले लेने से बचें।
उपाय: शनि मंदिर में काले तिल चढ़ाएं और ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का 21 बार जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए यह दिन मध्यम से प्रतिकूल हो सकता है। शनि के प्रभाव से कार्यों में बाधाएं और मानसिक तनाव की स्थिति बन सकती है।
मूल नक्षत्र और चतुर्थी तिथि के कारण स्वास्थ्य या आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी होगी। रिश्तों में गलतफहमी की आशंका है। इस दिन जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें और यात्रा से बचें।
उपाय: शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं और शनि स्तोत्र का पाठ करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्रों और मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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