Thursday, 28 March, 2024

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2023 Rashifal: 17 जन. को शनि करेगा राशि परिवर्तन, इन 3 राशियों पर होगा सबसे ज्यादा प्रभाव

2023 Rashifal: वर्ष 2023 की शुरुआत में ही 17 जनवरी को शनि ग्रह का मकर राशि से कुंभ राशि में गोचर होगा। शनि का यह गोचर कई राशियों के लिए अत्यन्त दुखदायी रहने वाला है। हालांकि इस गोचर का प्रभाव धनु राशि के लिए शुभ रहेगा। हिंदू पंचांग के अनुसार शनि 23 अक्टूबर 2022 को […]

Edited By : Sunil Sharma | Updated: Dec 5, 2022 13:25
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2023 Rashifal: वर्ष 2023 की शुरुआत में ही 17 जनवरी को शनि ग्रह का मकर राशि से कुंभ राशि में गोचर होगा। शनि का यह गोचर कई राशियों के लिए अत्यन्त दुखदायी रहने वाला है। हालांकि इस गोचर का प्रभाव धनु राशि के लिए शुभ रहेगा।

हिंदू पंचांग के अनुसार शनि 23 अक्टूबर 2022 को मार्गी हो गए थे। अब वह इस राशि में 17 जनवरी तक रहेंगे। 17 जनवरी के बाद वह कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इसका सर्वाधिक प्रभाव तीन राशियों, धनु, मकर और कुंभ पर पड़ेगा। जानिए शनि के गोचर का किस राशि पर क्या प्रभाव होगा।

यह भी पढ़ेंः Shani ke Upay: अगर करेंगे ये उपाय तो शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या भी बन जाएगी शुभ

शनि के राशि परिवर्तन का इन राशियों पर होगा सर्वाधिक असर (2023 Rashifal and Shani ki Sade Sati )

धनु राशि (Dhanu Rashifal)

अभी शनि मकर राशि में है जिसकी वजह से धनु राशि पर शनि की साढ़े साती चल रही है। जैसे ही 17 जनवरी 2023 को शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, धनु राशि पर से साढ़ेसाती (Shani ki Sade Sati) हट जाएगी। ऐसे में 17 जनवरी 2023 के बाद का समय इस राशि के लिए पूरी तरह से अनुकूल हो जाएगा। वर्तमान में धनु राशि के जातकों को भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। इससे शनि ग्रह के अशुभ प्रभावों में कमी आएगी।

मकर राशि (Makar Rashifal)

फिलहाल मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। शनि के कुंभ में प्रवेश करने पर इन्हें साढ़ेसाती का तीसरा चरण शुरू होगा। ऐसे में इन्हें भी शनि ग्रह के दुष्प्रभावों के बुरे असर से काफी हद तक राहत मिलेगी। समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए गणेश जी की आराधना करें। इससे आर्थिक तंगी दूर होगी और अचानक आने वाले कष्ट भी समाप्त होंगे।

यह भी पढ़ेंः Shani ke Upay: अगर करेंगे ये उपाय तो शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या भी बन जाएगी शुभ

कुंभ राशि (Kumbh Rashifal)

आचार्य अनुपम जौली के अनुसार शनि मकर राशि में है जिसके कारण कुंभ राशि पर साढे़ साती का पहला चरण चल रहा है। इस गोचर के बाद कुंभ राशि पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरु हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि साढ़ेसाती के दूसरे चरण को अत्यधिक कष्टदायी माना गया है। ऐसे में इन्हें बहुत ज्यादा संभल कर रहने की आवश्यकता है। शनि के दुष्प्रभावों से बचने के लिए कुंभ राशि वालों को प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का जप करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

First published on: Dec 05, 2022 01:05 PM
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