Kamala Harris: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को भारत में बिताए दिन आए। कमला हैरिस ने कहा कि भारत उनके जीवन का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है और वह इस देश से गहराई से जुड़ी हुई हैं। बचपन की यादों को जिक्र करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि जब मेरी बहन माया और मैं बड़े हो रहे थे, तो हमारी मां हमें लगभग हर दूसरे साल भारत ले जाती थी। ताकि हम भारत में अपनी जड़ों और मूल्यों को समझ सकें। साथ ही हम अपने दादा-दादी, अपने चाचा और चाचियों से मिल सकें। हंसते हुए कहा कि वास्तव में अच्छी इडली खिलाने ले जाया करती थीं।
दादा के विचारों ने मेरी सोच को किया प्रभावित
कमला हैरिस ने बताया कि उनके दादा-दादी मद्रास में रहते थे। मेरे दादाजी मेरे जीवन के सबसे पसंदीदा लोगों में से एक थे। हम बचपन में एक-दूसरे के मित्र थे। मेरे दादा का मुझ पर बहुत प्रभाव पड़ा। चूंकि मैं परिवार में सबसे बड़ी पोती थी। इसलिए मैं परिवार में उस स्थिति का पूरा फायदा उठाया।
उन्होंने कहा कि दादा एक सिविल सेवक थे। रिटायरमेंट के बाद वे सुबह समुद्र तट पर टहलने जाते थे। मैं उनके साथ जाती थी। मैं दादाजी से स्वतंत्रता सेनानियों और देश के संस्थापक नायकों और भारत की आजादी के बारे में कहानियां सुनती थी। मुझे याद है कि वे किसी की आस्था या जाति की परवाह किए बिना भ्रष्टाचार से लड़ने और समानता के लिए लड़ने के महत्व के बारे में बात करते थे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि छोटी उम्र में अपने दादा के साथ बातचीत ने उनकी सोच को प्रभावित किया।
#WATCH | US Vice President Kamala Harris thanks Prime Minister Narendra Modi as India decided to join the Artemis Accords. PM Modi made the announcement on 22nd June. pic.twitter.com/juPKccUrkS
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) June 23, 2023
दादा और मां की बदौलत यहां तक पहुंचीं
मुझे याद है कि मेरे दादाजी ने मुझे न केवल लोकतंत्र का मतलब बताया बल्कि लोकतंत्र को बनाए रखने के बारे में भी सबक सिखाया था। मेरा मानना है कि ये सबक हैं जो मैंने बहुत कम उम्र में सीखे थे, जिन्होंने पहली बार जनता की सेवा के लिए मुझे प्रेरित किया था सेवा। मैं अब पीछे मुड़कर देखती हूं और मुझे पूरी तरह से एहसास होता है कि मुझ पर और मेरी सोच पर कितना प्रभाव पड़ा है।
मैं आज जो कुछ भी हूं उसका यह एक बड़ा हिस्सा है कि ये सबक मैंने अपने दादा, पीवी गोपालन और उनकी बेटी मेरी मां श्यामला के समर्पण, दृढ़ संकल्प और साहस से सीखा है। यही कारण है कि मैं आज संयुक्त राज्य अमेरिका के उपराष्ट्रपति के रूप में आपके सामने खड़ी हूं।