अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा कि वह रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन से ‘बहुत नाराज और खफा’ हैं। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने रूसी तेल पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की चेतावनी भी दी है। अमेरिकी न्यूज चैनल एनबीसी ने बताया कि ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब वाशिंगटन यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करना चाहता है। ट्रंप के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के प्रशासन की वैधता पर सवाल उठाने को लेकर वो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से काफी ज्यादा नाराज थे।
ट्रंप ने दी सेकेंडरी टैरिफ लगाने की धमकी
अमेरिकी न्यूज चैनल एनबीसी को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि जब पुतिन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के नेतृत्व की आलोचना की थी तो वह काफी गुस्सा हो गए थे। ट्रंप ने कहा, ‘यदि रूस और अमेरिका यूक्रेन में युद्ध रोकने के लिए किसी समझौते पर नहीं पहुंचे और अगर मुझे लगा कि रूस इसके लिए जिम्मेदार है तो हम रूस से आने वाले सभी तेलों पर सेकेंडरी टैरिफ लगा देंगे।’ ट्रंप ने कहा कि अगर कोई भी देश रूस से तेल खरीदेगा तो वह अमेरिका में व्यापार नहीं कर पाएगा। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि तेल पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा, जो सभी तेल पर 25-50 प्वाइंट टैरिफ के बराबर होगा।
‘पुतिन को उनकी नाराजगी का अहसास है’
एनबीसी की क्रिस्टन वेल्कर ने कहा कि ट्रंप ने उन्हें फोन करके पुतिन द्वारा यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के नेता के रूप में भविष्य पर सवाल उठाने पर अपना रोष व्यक्त किया था, जो कि ट्रंप स्वयं भी कर चुके हैं। वेल्कर ने रविवार को अपने एनबीसी शो ‘मीट द प्रेस’ में राष्ट्रपति के साथ सुबह-सुबह हुई टेलीफोन बातचीत का हवाला दिया। ट्रंप ने वेल्कर से कहा कि वह पुतिन द्वारा हाल ही में जेलेंस्की की विश्वसनीयता पर की गई टिप्पणियों और यूक्रेन में नए नेतृत्व की बात करने से ‘बहुत नाराज और परेशान’ हैं। रविवार सुबह एनबीसी न्यूज को दिए गए फोन इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि पुतिन को उनकी नाराजगी का अहसास है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दोनों के बीच अच्छे संबंध हैं और यदि पुतिन सही कदम उठाते हैं तो यह नाराजगी जल्दी ही खत्म हो सकती है।
ट्रंप जेलेंस्की को बता चुके हैं तानाशाह
डोनाल्ड ट्रंप की यह चौंकाने वाली टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब उन्होंने हाल ही में जेलेंस्की को तानाशाह कहा था। उन्होंने युद्ध से निपटने के तरीकों को लेकर कहा था कि जेलेंस्की सीजफायर को लेकर तानाशाही कर रहे हैं। गौरतलब है कि यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने का मुद्दा ट्रंप के चुनावी वादों में से एक था। दूसरे कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने पहले कुछ महीनों में यूक्रेन और रूस के अधिकारियों के साथ कई बैठकें की थीं।
18 मार्च को ट्रंप और पुतिन ने की थी बातचीत
बता दें कि, ट्रंप और पुतिन ने 18 मार्च को फोन पर बात की थी। उन्होंने रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपति से फोन पर बात करके युद्ध विराम को लेकर प्रस्ताव लाने की बात कही थी। इसके बाद मंगलवार (25 मार्च 2025) को व्लादिमीर पुतिन और वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच इस बात पर सहमति बन गई थी कि कोई भी देश एक दूसरे की एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमला नहीं करेगा। साथ ही काला सागर में सुरक्षित मार्ग उपलब्ध हो सकेगा ताकि काला सागर (Black Sea) में सुरक्षित नौवहन सुनिश्चित किया जा सके। लेकिन पुतिन ने 30 दिन के युद्ध विराम के लिए अमेरिका-यूक्रेनी की संयुक्त योजना को अस्वीकार कर दिया था और शुक्रवार को शांति प्रक्रिया के तहत जेलेंस्की को पद से हटाने का सुझाव दिया था।