US America Juvenile Terrorist Story: अमेरिका पुलिस ने 11 साल के लड़के को गिरफ्तार किया है, जिस पर फ्लोरिडा के स्कूलों में बम विस्फोट और गोलीबारी करने की करीब 20 धमकियां देने का आरोप है। लड़के को 19 जुलाई को हेनरिको काउंटी, वर्जीनिया में गिरफ्तार किया गया था। करीब 9 दिन तक लगातार फोन करके लड़के ने धमकियां दी थीं। धमकी भरे ज्यादातर फोन फ्लोरिडा के फ्लैगलर काउंटी के स्कूलों को किए गए थे।
फ्लैग्लर काउंटी के शेरिफ रिक स्टेली ने उस लड़के को, ‘किशोर आतंकवादी’ कहा, लेकिन उम्र के कारण उसकी पहचान उजागर नहीं की गई। फ्लैग्लर काउंटी के शेरिफ रिक स्टेली ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उस लड़के के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लड़के की रुचि स्नफ फिल्मों और पशु क्रूरता में है। फोन करके धमकियां देते हुए वह कहता है कि स्कूल में 2 बम हैं और पुलिस वालों को बुलाया तो वह हर पुलिस अधिकारी को गोली मार देगा।
यह भी पढ़ें:1982 से लगातार ट्रांसमिट हो रहा रेडियो सिग्नल! अब भी नहीं खुल पाया रहस्य, वैज्ञानिक हैरान
अपने टीचर की हत्या का दावा कर चुका लड़का
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फ्लैग्लर काउंटी के शेरिफ रिक स्टेली कहते हैं कि लड़का एक ‘किशोर आतंकवादी’ है, जिस पर 29 गंभीर अपराधों और 14 दुष्कर्मों के आरोप लगे हैं। उसकी धमकियों के कारण स्कूलों को बंद कर दिया गया और स्कूलों में पढ़ने वालों के माता-पिता चिंतित हो गए। एक 11 साल का बच्चा अराजकता और दहशत फैला रहा है। एक कॉल में लड़के ने कथित तौर पर कहा कि वह हर किसी के सिर में गोली मार देगा।
उसने एक बार अपने शिक्षक की हत्या करने का भी दावा किया था। पुलिस ने फोन कॉल को ट्रेस करके हेनरिको काउंटी के एक घर का पता लगाया, जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसने मई महीने में फ्लोरिडा के कई स्कूलों को 20 से अधिक बार हिंसक धमकियां दीं। पूछताछ में लड़के ने कॉल करने की बात स्वीकार की तथा बताया कि उसने पुलिस को धोखा देने तथा अपनी पहचान छिपाने के लिए ऑनलाइन सर्फिंग करके ट्रिक्स भी सीखी थीं।
यह भी पढ़ें:36 लोगों की मौत और 162 घायल, 2 कबीलों के बीच छिड़ी हिंसक जंग; दागे मोर्टार-रॉकेट
कोरोना काल में इंटरनेट का आदी बना लड़का
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मामले की जांच के बारे में बताते हुए स्टैली ने कहा कि जांच में जो कुछ पता चला, वह वाकई चौंकाने वाला और चिंताजनक था। लड़का देखने में काफी शांत है, लेकिन पशु और मानव क्रूरता के साथ-साथ हिंसक सामग्री जैसे लोगों या बिल्लियों के स्नफ वीडियो देखने में वह काफी रुचि रखता है। पुलिस ने उसके घर से कई विचलित करने वाले वीडियो बरामद किए हैं।
उसकी मां ने भी अपने बयान में बताया है कि कोरोना महामारी के दौरान उसका बेटा इंटरनेट का इस्तेमाल बहुत ज्यादा करने लगा। उसके भाई ने भी जांचकर्ताओं को बताया कि वह अब काफी अजीब है और उसके साथ कुछ गड़बड़ हैं। वहीं पुलिस पूछताछ में आरोपी लड़के ने यह भी बताया कि उसने अकेले ही सभी फोन कॉल किए और धमकियां दी। इस बारे में किसी को कुछ नहीं पता और न ही उसने किसी से मदद ली। लड़के की हिंसक प्रवृत्ति को देखते हुए उसे वर्जीनिया के किशोर गृह में रखा गया है।
यह भी पढ़ें:वैज्ञानिकों की बड़ी खोज- 4500 साल पहले पिरामिड में इस सिस्टम का हुआ इस्तेमाल