SCO Summit Joint Statement: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सभी 22 राष्ट्राध्यक्षों ने संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने आतंकवाद, आतंकियों और पहलगाम हमले की खिलाफत की। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर एकजुटता दिखाई। 22 अप्रैल 2025 को भारत के जम्मू-कश्मीर में पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। हमले में मारे गए लोगों और घायलों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi, Chinese President Xi Jinping, Russian President Vladimir Putin, and other Heads of States/Heads of Governments pose for a group photograph at the Shanghai Cooperation Council (SCO) Summit in Tianjin, China.
(Source: DD News) pic.twitter.com/UftzXy6g3K---विज्ञापन---— ANI (@ANI) September 1, 2025
संयुक्त घोषणा पत्र के साथ समिट का समापन
संयुक्त घोषणा पत्र में पहलगाम आतंकी हमले के जिक्र के साथ SCO समिट का समापन हुआ। भारत ने BRI पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा पेश किए पॉइंट का समर्थन नहीं किया। घोषणा पत्र में बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था पर जोर दिया गया। संयुक्त राष्ट्र चार्टर आधारित न्यायपूर्ण, बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था का समर्थन किया गया। विकासशील देशों को अधिक प्रतिनिधित्व देने हेतु UN में सुधार करने की मांग की गई। सदस्य देशों ने यूनिवर्सल काउंटर थ्रेट सेंटर और SCO एंट्री ड्रग सेंटर पर हस्ताक्षर किए। पहलगाम और जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर आतंकी हमले की निंदा की। जून 2025 में ईरान पर अमेरिका और इजरायल के हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया।
आतंकवाद के खिलाफ दिखाई एकजुटता
संयुक्त घोषणा पत्र में SCO के सदस्य देशों ने कहा कि आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई को प्रति एकजुटता दिखाते हैं। आतंकवादी, अलगाववादी और उग्रवादी समूहों के मकसद को पूरा करने के प्रयासों को नाकाम करने की कोशिशों पर बल देते हैं। आतंकवाद के किसी भी रूप की अस्वीकार्यता पर जोर देते हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को हरसंभव सहयोग करेंगे और अपने देश में आतंकवाद को पनपने नहीं देंगे। साथ ही कहा कि आतंकी हमले के दोषियों और साजिशकर्ताओं को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
#WATCH | Tianjin, China: During his bilateral meeting with PM Narendra Modi, Chinese President Xi Jinping says, "… China and India are two ancient civilisations in the East. We are the world's two most populous countries, and we are also important members of the Global South.… pic.twitter.com/uJV595g54i
— ANI (@ANI) August 31, 2025
घोषणा पत्र में इन सभी मुद्दों का भी जिक्र
SCO ने साझा घोषणा पत्र मे समावेशी अफगान सरकार का समर्थन किया। गाजा में तत्काल युद्धविराम और फिलिस्तीन मसले के न्यायपूर्ण समाधान की अपील की। ईरान की संप्रभुता को कमजोर करने वाली कार्रवाइयों की निंदा की। Belt and Road Initiative को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई, लेकिन भारत ने इस का समर्थन नहीं किया। डिजिटल अर्थव्यवस्था, ई-कॉमर्स, ग्रीन इंडस्ट्री और ऊर्जा सुरक्षा पर नई रणनीतियां अपनाईं।
SCO डेवलपमेंट बैंक की स्थापना और स्थानीय मुद्राओं में व्यापार बढ़ाने पर सहमति जताई। SCO ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नवाचार, स्वास्थ्य सहयोग और युवा-खेल संपर्क को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। जलवायु परिवर्तन, ग्लेशियर संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा पर जोर देते हुए 2026 में रीजनजल क्लाइमेट समिट (Kazakhstan) में आयोजित करने का ऐलान किया।