प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने काफी खुशी जताई। उन्होंने कहा कि आपसे मिलकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। एससीओ वैश्विक दक्षिण और पूर्व के देशों को एकजुट करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। 21 दिसंबर, 2025 को भारत-रूस संबंधों को 'विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी' के रूप में विकसित किए जाने की 15वीं वर्षगांठ है। हमारे बीच बहुआयामी संबंध हैं।
SCO Summit 2025 LIVE Updates: चीन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का आज दूसरा दिन रहा और आज चीन में 3 महाशक्तियों भारत-रूस और चीन का मिलन दुनिया ने देखा। समिट के बाद तीनों महाशक्तियों का जॉइंट स्टेटमेंट तो नहीं आया, लेकिन समिट का जॉइंट स्टेटमेंट जारी हुआ। कल प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात की थी और आज वे रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की। वहीं जॉइंट स्टेटमेंट में सभी 22 सदस्य देशों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई। वहीं प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय बैठक चीन के तियानजिन में शुरू हो गई है। इससे पहले दोनों दिग्गज SCO समिट में मिले और दोनों ने समिट को संबोधित भी किया। उसके बाद दोनों देश समिट से एक-साथ निकले और एक ही कार में द्विपक्षीय वार्ता स्थल तक गए।
SCO समिट 2025 में हिस्सा लेने आए सभी 22 देशों के संयुक्त घोषणा पत्र के साथ शिखर सम्मेलन का समापन हो गया। घोषणा पत्र में सभी सदस्यत देशों ने पहलगाम आतंकी हमले और जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हुए हमले की निंदा की। ईरान पर इजरायल और अमेरिका के आतंकी हमले को भी अंतराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया।
SCO समिट में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने चीन को भी एक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट को देशों की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान करना चाहिए। संप्रभुता को दरकिनार करने वाली पहल विश्वास और अर्थ खो देती है। संप्रभुता, भेदभाव रहित व्यापार और ट्रांजिट अधिकार सुनिश्चित करना कनेक्टिविटी की सफलता की कुंजी है। बता दें कि चीन की BRI और CPEC जैसी परियोजनाओं पर भारत आपत्ति करता आया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग परिषद (एससीओ) के सदस्यों के सत्र में भारत की ओर से वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि मुझे एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेकर खुशी हो रही है। मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हमारे भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। आज उज्बेकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस भी है और मैं उन्हें भी बधाई देता हूं।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात को प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा की तरह सुखद अनुभव बताया है। उन्होंने अपने X हैंडल पर ट्वीट करके मुलाकात के बारे में बताया। PM मोदी ने पुतिन और शी जिनपिंग संग अपने विचार साझा किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तियानजिन में बातचीत का सिलसिला जारी है। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया।
Always a delight to meet President Putin! pic.twitter.com/XtDSyWEmtw
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने SCO डेवलपमेंट बैंक बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि SCO देशों के लिए जरूरी है कि वे मिलकर डेवलपमेंट बैंक बनाएं और सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए भी एक सेंटर बनाएं। चीन पहले ही एससीओ के सदस्य देशों में 84 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश कर चुका है। एससीओ के सदस्य देश आपसी मतभेदों का सम्मान करें और रणनीतिक संवाद बनाए रखें।
SCO शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति Xi Jinping ने मतभेदों को पीछे छोड़ साझा सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। जिनपिंग के अनुसार सहयोग की पाई को बड़ा करना होगा, ताकि शांति और विकास की जिम्मेदारी को बेहतर ढंग से निभाया जा सके। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विकास के लिए एकजुटता, व्यापार‑निवेश, ऊर्जा, आधारभूत ढांचा और डिजिटल अर्थव्यवस्था में भागीदारी जरूरी है। उन्होंने चीन की महत्वाकांक्षी योजना Belt and Road Initiative को और बेहतर तरीके से लागू करने और भविष्य के लिए साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया, लेकिन बात दें कि BRI का भारत विरोध करता है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) के लिए 2 बिलियन युआन यानी करीब 281 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ग्रांट जारी की है। सदस्य देशों की आर्थिक और विकास संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए यह फंड जारी किया गया है। वहीं जिनपिंग की इस घोषणा को चीन के क्षेत्रीय सहयोग और साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। इस फंड से भारत को भी बड़ा फायदा होगा।
#watch | Prime Minister Narendra Modi, Russian President Vladimir Putin and Chinese President Xi Jinping had a candid interaction as the world leaders arrived at the venue of the Shanghai Cooperation Council (SCO) Summit in Tianjin, China. pic.twitter.com/d3wzxh833d
— ANI (@ANI) September 1, 2025
प्रधामनंत्री मोदी, राष्ट्रपति जिनपिंग और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात भारत-अमेरिका के बीच रूसी तेल खरीद और 50% अमेरिकी टैरिफ के चलते हो रही है। भारत ने अमेरिकी व्यापार दबाव को अनुचित ठहराया है और अपनी ऊर्जा नीति को जारी रखने की बात कही है। वहीं मोदी-पुतिन वार्ता में रणनीतिक और ऊर्जा सहयोग के मुद्दे प्रमुख रहने की संभावना है। मीटिंग के बाद दोनों जॉइंट स्टेटमेंट जारी कर सकते हैं।
Prime Minister Narendra Modi tweets, "Interactions in Tianjin continue! Exchanging perspectives with President Putin and President Xi during the SCO Summit." pic.twitter.com/6lgVHqx6w6
— ANI (@ANI) September 1, 2025
चीन के तियानजिन में भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन साथ-साथ नजर आए। दोनों की मुलाकात चल रही है और दोनों के साथ होने की एक तस्वीर भी सामने आई है।

अब से कुछ देर में चीन के तियानजिन में SCO शिखर सम्मेलन का दूसरा दिन शुरू होगा। आज बैठक का मुख्य सत्र होगा, जिसमें 26 देशों के नेता शामिल होंगे। खास ये है कि इन 26 देशों में से कई वो देश हैं, जो अमेरिकी नीतियों के खिलाफ लामबंद हैं। खास मौजूदगी पुतिन और मेजबान चीनी राष्ट्रपति Xi जिनपिंग की है, जिन्होंने अपनी साझेदारी को limitless करार दिया है। दोनों नेताओं की रविवार को हुई बैठक में Putin ने Xi को Trump के साथ हुई Alaska की बैठक के बारे में बताया। Xi ने भारत के प्रधानमंत्री Narendra Modi के साथ विशेष बैठक की। Xi ने कहा कि China-India संबंध स्थिर और दूरगामी हो सकते हैं, अगर दोनों पक्ष एक-दूसरे को भागीदार मानें।
आज भारतीय समय के अनुसार सुबह 9.45 बजे प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की SCO शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय मुलाकात होगी। यह बैठक भारत-अमेरिका के बीच रूसी तेल खरीद और 50% अमेरिकी टैरिफ के चलते हो रही है। भारत ने अमेरिकी व्यापार दबाव को अनुचित ठहराया है और अपनी ऊर्जा नीति को जारी रखने की बात कही है। वहीं मोदी-पुतिन वार्ता में रणनीतिक और ऊर्जा सहयोग के मुद्दे प्रमुख रहने की संभावना है। मीटिंग के बाद दोनों जॉइंट स्टेटमेंट जारी कर सकते हैं।
#watch | Tianjin, China: Visuals from outside the venue where the Shanghai Cooperation Council (SCO) will take place today pic.twitter.com/TJv7taNCdt
— ANI (@ANI) September 1, 2025