Red Sea War In Hindi : दुनिया में पहले से ही रूस-यूक्रेन और इजराइल-हमास के बीच जंग जारी है। अब जमीन और आसमान के बाद पानी में युद्ध होने के आसार हैं। हूती विद्रोही समुद्र में अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं और सीधे अमेरिका से टक्कर ले रहे हैं। इस पर यूएस भी पटलवार कर रहा है।
हूतियों ने एक बार फिर अदन की खाड़ी में एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइल दागी। यह मिसाइल अमेरिका के क्षेत्रों में दागी गई थी। यूएस ने समय रहते हूतियों की मिसाइस को सफलतापूर्वक मार गिराया। इसे लेकर यूएस सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने बताया कि आज अमेरिका का युद्धपोत बाल-बाल बच गया।
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Houthi cruise missile narrowly misses US warship in Red Sea, officials say
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— ANI Digital (@ani_digital) January 31, 2024
यूएस ने क्लोज इन वेपन सिस्टम का किया इस्तेमाल
हूती विद्रोहियों ने मंगलवार देर रात अमेरिका के क्षेत्र वाले लाल सागर में मिसाइल दागी। इस पर यूएसएस ग्रेवली ने मिसाइल को नष्ट करने के लिए क्लोज इन वेपन सिस्टम (CIWS) का इस्तेमाल किया। एक रिपोर्ट्स के अनुसार, जार्डन में ईरान समर्थित आतंकियों के ड्रोन हमले में मारे गए तीन अमेरिकी के बाद यह हमला किया गया।
Houthi Anti-Ship Ballistic Missile and Iranian UAVs shot down in Gulf of Aden: US Central Command (CENTCOM) pic.twitter.com/wj6V5u7q8t
— ANI (@ANI) February 1, 2024
हूतियों को हथियार सप्लाई कर रहा ईरान
यूएस सेंट्रल कमांड (CENTOM) ने बताया कि इससे पहले अमेरिका ने 11 जनवरी को यमन में हूतियों पर कई हमले किए थे, जिसमें विद्रोहियों के हथियार नष्ट हो गए थे। इसके बाद ईरान लगातार हूतियों को हथियार सप्लाई कर रहा है। इसे लेकर अमेरिका की नौसेना ने हाल ही में सोमालिया के तट पर हूतियों के पास से ईरान में निर्मित बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को जब्त किया था। समुद्र में बढ़ते तनाव को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि हम ईरान के साथ युद्ध नहीं करना चाहते हैं।