Pakistan Election 2024 : पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए होने वाले मतदान को लेकर 26 करोड़ बैलट पेपर्स की छपाई हो गई है। यहां के चुनाव आयोग ने यह जानकारी साझा की है। बता दें कि पड़ोसी देश में 8 फरवरी को 859 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान होना है। जानकारी के अनुसार इन बैलट पेपर्स की छपाई के लिए 2170 टन कागज का इस्तेमाल हुआ है। कागज पेड़ों से बनता है और जिस हिसाब से पाकिस्तान चुनाव में कागज का इस्तेमाल हुआ है वह बताता है कि इसके लिए जमकर पेड़ों की कटाई की गई है।
The Election Commission of Pakistan (ECP) is set to conclude the ongoing distribution of 260 million ballot papers to the Returning Officers of 859 constituencies on Monday (today), comission confirmed the development.
---विज्ञापन---Earlier, ECP annouced the completiton of printing of 260… pic.twitter.com/odNPFUSuNi
— Pakistan Observer (@pakobserver) February 5, 2024
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एक अनुमान के अनिसार एक पेड़ से कागज की लगभग 16 रिम बनाई जा सकती हैं। ऐसे में एक टन कागज बनाने के लिए 25 पेड़ों की जरूरत होती है। इस हिसाब से गणित लगाया जाए तो पाकिस्तान में आगामी चुनाव के लिए करीब 54,000 पेड़ काटे गए हैं। साल 2018 के चुनाव में 22 करोड़ बैलट पेपर छापे गए थे। इसके लिए 800 टन स्पेशल सिक्योरिटी वाले कागज का इस्तेमाल किया गया था। ये सब देखा जाए तो इस साल के चुनाव में पाकिस्तान को नुकसान हुआ है।
प्रत्याशी बढ़ने की वजह से हुआ इजाफा
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने बताया है कि बैलट पेपर्स की संख्या में इजाफा निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवारों की संख्या बढ़ने की वजह से हुआ है। 2018 के मुकाबले इस बार उम्मीदवारों की संख्या डेढ़ गुना ज्यादा है। आयोग ने बताया कि बैलट पेपर्स की छपाई के दौरान कई दिक्कतें सामने आई थीं। इनमें अदालती मामले, प्रत्याशियों की संख्या जैसी समस्याएं सामने थीं। लेकिन निर्वाचन आयोग ने अपनी जिम्मेदारी पूरी का और समय पर बैलट पेपर्स की छपाई पूरी कर ली। बेलट पेपर्स की डिलिवरी सोमवार तक पूरी हो जाएगी।
चुनाव प्रचार में जुटीं पार्टियां व प्रत्याशी
राजनीतिक दल और निर्दलीय उम्मीदवार सक्रिय रूप से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। यहां चुनाव प्रचार 6 फरवरी को दोपहर 12 बजे रोक दिया जाएगा। इससे पहले शनिवार को चुनाव आयोग ने इलेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम का एक और मॉक टेस्ट किया था। निर्वाचन आयोग ने बताया कि यह ट्रायल पूरी तरह से सफल रहा था। 859 निर्वाचन क्षेत्रों के रिटर्निंग ऑफिसर्स ने इस मॉक टेस्ट में हिस्सा लिया था। सिस्टम को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से जांचा गया है और हर मामले में इसके प्रदर्शन को संतोषजनक पाया गया है।
आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान लंबे समय से आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है। पूर्व राष्ट्रपति इमरान खान भ्रष्टाचार के मामलों में जेल की सजा काट रहे हैं। देश की राजनीति में इस बार एक बार फिर से तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ की वापसी हुई है। नवाज शरीफ को इस बार सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि उनके पास ताकतवर सेना का समर्थन भी है। उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पूरा भरोसा जता रही है कि इस बार फिर प्रधानमंत्री नवाज ही बनने वाले हैं।
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