भारत से तनाव के बीच पाकिस्तान में डर का माहौल है। यूएन के सिक्योरिटी काउंसिल में मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ आज आईएसआई मुख्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने सेना के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर सुरक्षा की समीक्षा की। इस बीच पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ शांति के लिए तैयार है। भुट्टो ने उस टिप्पणी को भी वापस ले लिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि सिंधु में या तो पानी बहेगा या खून।
असेंबली में क्या बोले भुट्टो?
मंगलवार को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि यदि भारत शांति के मार्ग पर चलना चाहता है, तो उन्हें खुले हाथों से आना चाहिए, न कि मुट्ठी बंद करके। उन्हें तथ्यों के साथ बात करनी चाहिए, न कि मनगढ़ंत बातों पर। भुट्टो ने कहा कि आइये हम पड़ोसी की तरह बैठें और सच बोलें।
पाकिस्तान के लोग घुटने टेकने के नहीं बने हैं- भुट्टो
पाकिस्तानी समाचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के अनुसार भुट्टो ने कहा कि यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें याद रखना चाहिए कि पाकिस्तान के लोग घुटने टेकने के नहीं बने हैं। पाकिस्तान के लोगों में लड़ने का संकल्प है। इसलिए नहीं कि हम संघर्ष पसंद करते हैं बल्कि इसलिए कि हम स्वतंत्रता पसंद करते हैं।
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पहलगाम हमले के बाद उठाए बड़े कदम
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। वहीं 17 पर्यटक घायल हुए थे। हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े एक्शन लिए थे। इसमें सिंधु जल संधि समझौता स्थगित करना, वीजा रद्द करना, व्यापार बंद करना और एयरस्पेस बंद करने जैसे फैसले शामिल हैं।
नेताओं,पत्रकारों के अकाउंट किए सस्पेंड
इसके अलावा भारत सरकार ने पाकिस्तान के पीएम, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री समेत कई मंत्रियों का एक्स अकाउंट सस्पेंड कर दिया था। सरकार ने कई पाकिस्तानी पत्रकारों और खिलाड़ियों के सोशल मीडिया अकाउंट और यूट्यूब चैनल भारत में बैन किए थे। ये सभी लोग भारत सरकार और सेना को लेकर भ्रामक और मिथ्या जानकारी फैला रहे थे।
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