India-Pakistan Tension: पाकिस्तान में एक बार फिर तख्तापलट होने की संभावना जताई जा रही है। पाकिस्तान के आर्मी चीफ इस समय फुल पावर में हैं। आर्मी चीफ न तो आसिफ अली जरदारी की बात मान रहे हैं और ना ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सुन रहे हैं। ऐसे में पाक में एक बार फिर तख्तापलट की संभावना बढ़ गई है। इससे पहले भी पाकिस्तान में कई बार तख्तापलट हो चुका है। आइए आपको बताते हैं पाकिस्तान में सेना द्वारा कब-कब तख्तापलट किया गया है।
1953-54 में संवैधानिक तख्तापलट
पाकिस्तान में सबसे पहले 1953-54 में तख्तापलट हुआ था। इस दौरान गर्वनर- जनरल गुलाम मोहम्मद ने प्रधानमंत्री ख्वाजा नजीमुद्दीन की सरकार को बर्खास्त कर दिया था, जबकि उसे पाकिस्तान की संविधान सभा का समर्थन प्राप्त था, फिर 1954 में उन्होंने संविधान सभा को ही बर्खास्त कर दिया ताकि वह गवर्नर जनरल की शक्तियों को सीमित करने के लिए संविधान में बदलाव न कर सके।
1958 में सेना ने किया तख्तापलट
1958 में पहले पाकिस्तानी राष्ट्रपति मेजर जनरल इस्कंदर अली मिर्जा ने पाकिस्तान की संविधान सभा और प्रधानमंत्री फिरोज खान नून की सरकार को बर्खास्त कर दिया और सेना के कमांडर इन चीफ जनरल अयूब खान को मुख्य मार्शल लॉ प्रशासक नियुक्त किया। ठीक 13 दिन बाद अयूब ने तख्तापलट कर खुद को राष्ट्रपति घोषित कर दिया।
1971 में पलटी सरकार
1971 में कई सैन्य अधिकारियों ने सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दिया, जिसके कारण सरकार को इस्तीफा देना पड़ा और सत्ता जेड ए भुट्टो को सौंपनी पड़ी।
1977 में सेना प्रमुख ने किया तख्तापलट
4 जुलाई 1977 में सेना प्रमुख जनरल जियाउल हक के नेतृत्व में तत्तकालीन प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की सरकार के खिलाफ सेना द्वारा तख्तापलट किया गया था।
1999 में परवेज मुशर्रफ खुद बना था राष्ट्रपति
अक्टूबर 1999 में सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ ने नवाज शरीफ सरकार का तख्तापलट कर दिया था। इसके बद परवेज ने खुद को पाक का राष्ट्रपति घोषित कर दिया।