---विज्ञापन---

दुनिया

निमिषा प्रिया मामले में नया मोड़, तलाल अब्दो महदी के परिवार का सामने आया बयान

निमिषा प्रिया को यमन में हत्या के मामले में फांसी की सजा मिली थी और 16 जुलाई को उसे फांसी दी जानी थी। हालांकि अब उसकी फांसी की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है, लेकिन सजा बरकरार है। भारत के ग्रैंड मुफ्ती ने यमन के मौलवियों से संपर्क कर मामले में दखल दिया, जिससे उम्मीद जगी थी कि पीड़ित परिवार माफ कर देगा।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Avinash Tiwari Updated: Jul 16, 2025 19:29
Nimisha Priya
निमिषा प्रिया को फांसी की सजा

यमन में फांसी की सजा पाई निमिषा प्रिया मामले में नया मोड़ सामने आया है। निमिषा को 16 जुलाई को फांसी दी जानी थी, हालांकि तमाम कोशिशों के बाद इसे टाल तो दिया गया लेकिन अब निमिषा प्रिया की फांसी की तारीख टाली गई है ना कि फांसी की सजा!

तलाल अब्दो महदी के परिवार की मांग

सभी को उम्मीद थी कि वह तलाल अब्दो महदी के परिवार के परिवार को मना लेंगे और निमिषा प्रिया को फांसी की सजा से बचा लिया जाएगा लेकिन अब तलाल अब्दो महदी के परिवार का बयान सामने आया है। परिवार का कहना है कि उन्हें फांसी की सजा से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। तलाल अब्दो महदी के परिवार की तरफ से कहा गया है कि सुलह की कोशिश हुई लेकिन हमारा मकसद साफ है। हम Qisas (जैसे को तैसा बदला) के तहत ईश्वर के कानून को लागू करने पर डटे हुए हैं और कुछ नहीं।

---विज्ञापन---

ग्रैंड मुफ्ती ने यमन के जानकारों से किया संपर्क

बता दें कि मंगल को भारत के ग्रैंड मुफ्ती कंथापुरम एपी अबूबकर मुसलियार ने बताया कि उन्हें इस बात आधिकारिक जानकरी दी गई है कि निमिषा प्रिया की फांसी को आगे बढ़ा दिया गया है। ग्रैंड मुफ्ती ने महदी के परिवार से बातचीत कर रहे यमन के मौलवियों से संपर्क किया था और निमिषा प्रिया मामले में मदद करने का आग्रह किया था। ग्रैंड मुफ्ती द्वारा दखल दिए जाने के बाद उम्मीद जगी थी कि निमिषा की जान बचाई जा सकती है लेकिन महदी के परिवार ने माफी देने से इंकार कर दिया है।

यह भी पढ़ें : कौन हैं सूफी विद्वान हबीब उमर बिन हाफिज? जिनसे ग्रैंड मुफ्ती ने निमिषा प्रिया मामले में किया संपर्क

---विज्ञापन---

महदी के भाई का बयान

महदी के भाई अब्देलफत्ताह महदी ने कहा कि सुलह की कोशिशों पर हमारा रुख साफ है, हम किसास (बदले में बदला) में अल्लाह के कानून को लागू करने पर ही जोर देते हैं, इसके अलावा और कुछ नहीं। उनका कहना है कि उनके परिवार को न केवल इस क्रूर अपराध से बल्कि एक भयानक और जघन्य अपराध मामले में लंबी, थकाऊ मुकदमेबाजी प्रक्रिया से भी पीड़ा हुई है।

यह भी पढ़ें : क्या होता है किसास कानून? जिसके तहत निमिषा प्रिया के लिए सजा की मांग कर रहा है पीड़ित परिवार

फिलहाल निमिषा की फांसी टाल दी गई है और पीड़ित के परिवार वालों से बातचीत कर मनाने का एक और मौका मिल गया है। हालांकि पीड़ित का परिवार इस बात पर अड़ा हुआ है कि जान के बदले जान की प्रक्रिया को फॉलो किया जाए।

First published on: Jul 16, 2025 03:29 PM