Bangladesh Political Crisis : बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की कमान मिल गई। उन्होंने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मोहम्मद यूनुस को शपथ दिलाई। बांग्लादेश में पिछले कुछ दिनों से चले राजनीतिक उठापटक के बाद शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा।
मोहम्मद यूनुस गुरुवार को पेरिस से ढाका पहुंचे, जहां उन्होंने बांग्लादेशियों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। ढाका में राष्ट्रपति आवास बंगभवन में शपथ ग्रहण समारोह हुआ, जहां राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार के मुखिया के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान मोहम्मद यूनुस के साथ अन्य 16 लोगों को भी शपथ दिलाई गई, जिनमें 2 महिलाएं और 2 हिंदू शामिल हैं।
यह भी पढ़ें : क्या फिर बांग्लादेश लौटेंगी शेख हसीना? बेटे सजीब वाजेद ने बताया- आगे का पूरा प्लान
My best wishes to Professor Muhammad Yunus on the assumption of his new responsibilities. We hope for an early return to normalcy, ensuring the safety and protection of Hindus and all other minority communities. India remains committed to working with Bangladesh to fulfill the…
---विज्ञापन---— Narendra Modi (@narendramodi) August 8, 2024
पीएम मोदी ने दी बधाई
पीएम नरेंद्र मोदी ने मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी, जिससे हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए दोनों देशों के लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
शपथ लेने से पहले क्या बोले मोहम्मद यूनुस?
बांग्लादेश की कमान संभालने से पहले मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि इन लोगों का बलिदान दूसरी आजादी लेकर आया है। बांग्लादेशियों के लिए आज गर्व का दिन है। देशवासियों ने नया विजय दिवस बनाया। देश दूसरी बार आजाद हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि उनकी पहली जिम्मेदारी कानून-व्यवस्था है। जब तक देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को ठीक नहीं कर लेते, तब तक आगे नहीं बढ़ सकते।
यह भी पढ़ें : न तो कपड़े रखे और न ही जरूरी सामान, बांग्लादेश से जान बचाकर जल्दबाजी में निकलीं शेख हसीना
भारत की ‘शरण’ में आईं शेख हसीना
आपको बता दें कि बांग्लादेश में पिछले कुछ दिनों से आरक्षण के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन चल रहा था। छात्र अचानक से 5 अगस्त को उग्र हो गए। उन्होंने पूरे देश में जमकर उत्पात मचाया। पुलिस भी प्रदर्शनकारियों को नहीं संभाल पाई। इस पर शेख हसीना को आनन-फानन में पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर भागना पड़ा। वह ढाका से भारत आ गईं। बताया जा रहा है कि वे अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में ही रहेंगी।