World News in Hindi: पड़ोसी देश नेपाल में भयंकर बाढ़ ने तबाही मचाई हुई है। बाढ़ के कारण अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है। 44 लोग लापता बताए जा रहे हैं। यह आंकड़ा सरकार ने जारी किया है। माना जा रहा है कि आंकड़ा बढ़ सकता है। राजधानी काठमांडू, साथ लगते ललितपुर और भक्तपुर जैसे इलाकों में हालात बेहद खराब हैं। कई और इलाकों में भारी बारिश हो रही है। जिसके बाद प्रशासन ने बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। बता दें कि नेपाल ने स्थिति से निपटने के लिए 3 हजार सुरक्षा कर्मियों को उतारा है। नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल के अधिकारियों ने पुष्टि की है। पुलिस के अनुसार अब तक 60 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, 36 से अधिक लोग घायल हैं। नेपाल पुलिस के उप प्रवक्ता बिश्वो अधिकारी ने कहा कि 34 लोगों की मौत अकेले काठमांडू घाटी में हुई है।
ये भी पढ़ें: 30 किलोमीटर तक हिल गईं खिड़कियां, इजराइल ने हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर किया हमला, सरगना का क्या हुआ?
वहीं, 19 लोग बागमती प्रांत के 5 जिलों (काठमांडू घाटी छोड़कर) मारे गए हैं। इसके अलावा 7 मौतें कोशी प्रांत इलाके में हुई हैं। अभी देशभर से 44 लोगों का सुराग नहीं लग सका है। इनमें काठमांडू घाटी के 16 लोग शामिल हैं। पुलिस के अनुसार अब तक 226 घर पूरी तरह ढह चुके हैं। बाढ़ के बाद बिगड़े हालातों को सुधारने के लिए 3 हजार सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया है। अभी तक 1 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पुलिस और अन्य एजेंसियां लापता लोगों का सुराग लगाने में जुटी हुई हैं। फिलहाल देशभर में 44 नेशनल हाईवे बाढ़ के कारण बंद हो चुके हैं। शुक्रवार से लगातार भारी बारिश हो रही है। जिसके चलते आपदा प्रबंधन अधिकारियों को रेस्क्यू करने में दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
Flash:
---विज्ञापन---Floods caused by incessant rain killed at least 39 people in #Nepal.
Nine persons were killed in #Kathmandu, 16 in #Lalitpur, five in Bhaktapur, three in Kavrepalanchowk, two each in Panchthar and Dhankuta, and one each from Jhapa and Dhading.
A total of 11 people are… pic.twitter.com/MiwaDtqpYR
— Yuvraj Singh Mann (@yuvnique) September 28, 2024
कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने बुलाई आपात बैठक
वहीं, स्थिति से निपटने के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री प्रकाश मान सिंह ने आपातकालीन बैठक भी की है। जिसमें गृह मंत्री, गृह सचिव और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों सहित विभिन्न मंत्रियों के साथ चर्चा की गई है। खोज और बचाव अभियान तेज करने के निर्देश उन्होंने जारी किए हैं। नेपाल के शिक्षा मंत्रालय ने बाढ़ को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों को तीन दिन तक बंद करने के आदेश दिए हैं। बाढ़ के कारण मुख्य ट्रांसमिशन लाइन बाधित हो गई है। जिसके कारण राजधानी काठमांडू में शनिवार को दिनभर बिजली गुल रही। लेकिन शाम को कर्मचारियों ने बिजली बहाल कर दी। जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
यह भी पढ़ें:हिजबुल्ला चीफ नसरल्लाह की मौत की घोषणा करते आंसू नहीं रोक सकी ये एंकर, वीडियो वायरल