India drops In Maldives' Top Tourism Markets : अपने खूबसूरत बीच और लग्जरी टूरिज्म के लिए मशहूर मालदीव के पर्यटन क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। भारत के साथ विवाद के बीच छुट्टियों के दौरान मालदीव का रुख करने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में तेज गिरावट आई है। यहां के पर्यटन मंत्रालय के अनुसार तीन सप्ताह के मालदीव आने वाले पर्यटकों में भारतीय समूह तीसरे से पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। वहीं, चीनी टूरिस्ट्स की संख्या बढ़ी है।
तीसरे नंबर पर पहुंचा चीन
मालदीव के लिए भारतीय पर्यटक लंबे समय से महत्वपूर्ण रहे हैं। साल 2023 में मालदीव की टूरिज्म मार्केट में भारतीय पर्यटकों की हिस्सेदारी लगभग 11 प्रतिशत थी। यहां की टूरिज्म वेबसाइट के अनुसार 2024 की शुरुआत में भारत मालदीव के पर्यटन में तीसरे स्थान (7.1 प्रतिशत मार्केट शेयर) पर था। वहीं, चीन टॉप 10 में भी शामिल नहीं था। लेकिन अब भारत जहां पांचवें स्थान पर है तो चीन तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। चीन के बाद चौथे स्थान पर यूनाइटेड किंगडम का नाम आता है।
बनी हुई है तनाव की स्थिति
उल्लेखनीय है कि बीते कुछ समय से भारत और मालदीव के बीच गंभीर तनाव की स्थिति बनी हुई है। यह विवाद तब से चल रहा है जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप गए थे और लोगों से यहां घूमने आने की अपील की थी। इसे लेकर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की सरकार में कुछ मंत्रियों ने इस पर बेहद अभद्र और आपत्तिजनक पोस्ट किए थे। इसके बाद भारत में सोशल मीडिया पर मालदीव के विरोध में एक तेज लहर चलने लगी थी और इसका असर साफ देखने को मिला।
इस दौरान बायकॉट मालदीव हैशटैग सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड कर रहा था। बड़ी संख्या में भारतीय मालदीव की ट्रिप कैंसल करने लगे थे। मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू का रुख भी भारत विरोधी है। एक ट्रैवल कंपनी ईजमाईट्रिप ने तो मालदीव के लिए फ्लाइट्स की बुकिंग ही बंद कर दी। कई सेलेब्रिटीज ने भी लोगों से अपील की है कि घूमने के लिए मालदीव जाने के बजाय भारत में ही खूबसूरत जगहों को एक्सप्लोर करें। इस विवाद के बीच लक्षद्वीप में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
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