इजरायल और ईरान के बीच पिछले करीब 12 दिन से युद्ध चल रहा है। इस युद्ध में अमेरिका के आने के बाद ईरान ने उसके मिलिट्री बेस अड्डे को निशाना बनाया था। सोमवार देर रात तक ईरान ने अमेरिका के खाड़ी के कई देशों में मौजूद मिलिट्री बेस पर मिसाइल दागी थी। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर का ऐलान कर दिया। जिसके बाद कहा जाने लगा था कि अब ईरान और इजरायल एक-दूसरे पर हमले बंद कर देंगे, लेकिन हुआ इसका उल्टा। ईरान ने इजरायल और अमेरिकी बेस अड्डों पर हमले जारी रखें हैं। इसी तरह इजरायल भी लगातार ईरान पर हमले कर रहा है।
ट्रंप इजरायल से नाराज
इस पर डोनाल्ड ट्रंप ने नाराजगी जताई है। ट्रंप ने कहा कि ईरान और इजरायल सीज फायर का उल्लंघन कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि हम इस युद्ध को खींचना नहीं चाहते हैं। सीजफायर के हमला करना ठीक नहीं है। ट्रंप ने वो इजरायल से बहुत नाराज हैं। ट्रंप ने कहा कि इजरायल के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। वो अब कभी भी परमाणु बन नहीं बना पाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे में दोनों देशों का सीजफायर का पालन करना चाहिए, लेकिन इसका उल्लंघन किया जा रहा है। वह ईरान और इजरायल के इस कदम से बहुत नाराज हैं।
#WATCH | US President Donald Trump says “I am not happy that Israel is going out now. There was one rocket that I guess was fired overboard, and it missed its target. Now Israel is going out. These guys gotta calm down. Ridiculous. I didn’t like the fact that Israel unloaded… https://t.co/vpJ8ELL9SF pic.twitter.com/DpAjHTK8XK
— ANI (@ANI) June 24, 2025
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जानिए डोनाल्ड ट्रंप क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ”मैं इस बात से खुश नहीं हूं कि इजरायल अब पीछे हट रहा है। मुझे लगता है कि एक रॉकेट समुंद्र में फेंका गया था और अपने निशाने से चूक गया। इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम कराया गया था। इसके बाद इजरायल ने हमला कर दिया। मुझे यह बात पसंद नहीं आई।”
सीजफायर उल्लंघन पर क्या बोले-इजरायल और ईरान
इजरायल का आरोप है कि सीजफायर का उल्लंन ईरान ने किया है। सीजफायर की घोषणा होने के बाद भी ईरान ने उस कई मिसाइलों से हमला किया। इसके बाद इजरायल की ओर से जवाबी कार्रवाई की गई। वहीं ईरान ने इजरायल के आरोपों को नकार दिया। ईरान का कहना है कि इजरायल ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए उन पर कई मिसाइल दागी थीं। उन्होंने इजरायल पर किसी भी तरह का हमला नहीं किया था।