Iran hijab rebel whipped: ईरान में हिजाब ना पहनने पर एक महिला को 74 कोडे़ मारने और दूसरी को 2 साल जेल की सजा सुनाई गई है। ईरान मेें हिजाब पहनना अनिवार्य है। ईरान की अदालत ने हिजाब के उल्लंघन पर यह सजा सुनाई है। अदालत ने जिन दो महिलाओं को सजा सुनाई है उनमें से एक है हेशमती। हेशमती हिजाब की मुखर आलोचक रही है।
रोया हेशमती ईरान में हिजाब के अनिवार्य कानून की मुखर आलोचक रही है। उन्होंने बताया कि वह सजा सुनने के लिए अपने वकील के साथ कोर्ट पहुंची थी। हालांकि जब रोया अदालत पहुंची तब भी उन्होंने हिजाब नहीं पहना था। इस पर अधिकारी ने उसे नया मामला बनाने और सख्त सजा देने की धमकी दी तो रोया ने कहा कि वह अदालत में अपनी सजा सुनने के लिए आई हैं। ऐसे में वह हिजाब पहनकर अपना मुंह नहीं छिपाएगी। ना ही वह छुपेगी।
बता दें कि रोया थिएटर आर्टिस्ट हैं वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव भी है। वह पिछले साल अगस्त में हुए हिजाब बैन को लेकर काफी मुखर रही थी। वह महिला अधिकारों की मांग को लेकर ईरानी महिलाओं में काफी लोकप्रिय हैं।
BREAKING:
---विज्ञापन---Iran has restarted the practice of flogging women for not covering their hair in public.
Today, Roya Heshmati received 74 lashes for the “crime”
Via @BabakTaghvaee1 pic.twitter.com/bTFxBEOVRN
— Visegrád 24 (@visegrad24) January 5, 2024
जेनब को कोर्ट ने सुनाई 2 साल की सजा
रोया के अलावा एक और महिला को हिजाब नहीं पहनने पर 2 साल की सजा सुनाई गई है। रोया की तरह जेनब भी अनिवार्य हिजाब की विरोधी रही हैं। उनकी कई फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हैं जिसमें वे बिना हिजाब के नजर आ रही है। उनके वकील ने सजा की पुष्टि करते हुए कहा कि जेनब को हिजाब नहीं पहनने पर कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई है।
ईरान में नया नहीं है हिजाब विवाद
बता दें कि ईरान में तालिबान की तरह सख्त शिया कानून है। जिसके तहत कोड़े मारने और सार्वजनिक तौर पर फांसी देने और अंगुलियां काटने जैसी सजाएं शामिल हैं। हालांकि इस प्रकार की सजाएं मुस्लिम देशों में ही मिलती है। भारत जैसे अनेक लोकतांत्रिक देश इस प्रकार की सजाओं के विरोधी है। ईरान में हिजाब को लेकर विवाद नया नहीं है। इससे पहले करीब 2 महीने तक ईरानी महिलाएं पूरे देश में हिजाब की अनिवार्यता को लेकर प्रदर्शन कर चुकी है।