Iran America entry in Israel-Hamas war: पिछले लगभग 22 दिनों से मिलिड ईस्ट में कोहराम मचा हुआ है। इजराइल पर हमास के हमले के बाद से गाजा पट्टी से लगातार सिर्फ और सिर्फ तबाही की तस्वीरें दिखाई दे रही हैं। लेकिन, अब यही गाजा का युद्ध तीसरे वर्ल्ड वार की वजह बनने वाला है, क्योंकि अभी तक अमेरिका और ईरान सिर्फ बातों से एक-दूसरे के खिलाफ हमला बोल रहे थे। अब रिएक्शन, एक्शन में बदल चुका है। अब यहां से एक ऐसी जंग की शुरुआत होती नजर आ रही है। अगर ये लड़ाई छिड़ी तो फिर विध्वंस होगा, क्योंकि उस कोहराम का ऐलान हो गया है, जिसमें अमेरिका और ईरान आमने-सामने हैं।
यूक्रेन-रूस के बाद अब हमास और इजराइल के बीच जंग जारी है। जारी जंग के बीच कई बार कयास लगाए जा चुके हैं कि वर्ल्ड वॉर थ्री यहीं से शुरू होगा, लेकिन अब ये एपीसेंटर बदलता दिख रहा है। अब यूक्रेन-रूस या फिर हमास और इजराइल नहीं, बल्कि मिडिल ईस्ट से अमेरिका और ईरान से वर्ल्ड वॉर थ्री की शुरुआत हो सकती है। गाजा में इजराइल की एयर स्ट्राइक वाली तबाही तो सभी के सामने है। हमास के खिलाफ इजराइल का एक्शन पूरी दुनिया देख रही है, लेकिन अब यही गाजा युद्ध, महायुद्ध में बदल रहा है। इसका सबसे बड़ा सबूत है, मीडिल ईस्ट के देशों में अमेरिका की एयर स्ट्राइक।
पिछले 10 दिन में पूर्वी सीरिया और पश्चिमी इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर रॉकेट और ड्रोन से कम से कम 22 हमले हुए हैं। इन हमलों में 20 से अधिक अमेरिकी सेवा कर्मी घायल हो गए हैं। इन हमलों के बाद अमेरिका ने सीरिया में ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशन गार्ड के ठिकानों को निशाना बनाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीरिया में अमेरिका ने एक के बाद दो बड़े हमले किये। सवाल उठता है कि क्या हमास-इजराइल के बाद अमेरिका-ईरान युद्ध भड़कने वाला है, क्योंकि अमेरिका के ठिकाने सिर्फ सीरिया में ही नहीं, बल्कि पूरे अरब में अमेरिका के ठिकाने हैं।
अरब में अमेरिका के सैन्य ठिकाने
- मिस्त्र
- यरुशलम
- जॉर्डन
- इराक
- कुवैत
- बहरीन
- कतर
- यूएई
- रियाद
- ओमान
अमेरिका ने दी है तीखी प्रतिक्रिया
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पहले ही कह दिया है कि अगर ईरान या उसके समर्थक चरमपंथी संगठन किसी भी अमरीकी कर्मचारी पर हमला करते हैं तो अमेरिका अपने लोगों की रक्षा करना जानता है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की मानें तो इराक में अमेरिका के 2500 और सीरिया में 900 सैनिक तैनात हैं। अब इजरायल के साथ मजबूती से खड़े अमेरिकी सैन्य बलों के जवानों की तैनाती अरब सागर में बढ़ती जा रही है।
चेतावनी के बावजूद ईरान ने अमेरिका को दिया जवाब
सीरिया में अमेरिका की एयर स्ट्राइक के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान ने सीरिया में मौजूद अमेरिकी ठिकानों पर हमले किये और अमेरिका को जवाब दिया कि हम खामोश नहीं बैठने वाले हैं। बड़ी बात ये है कि ईरान के हमलों के 24 घंटे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इन हमलों को लेकर चेतावनी दी थी, लेकिन ईरान पर चेतावनी का कोई असर नहीं दिखा। इसके अलावा, इजराइल-हमास युद्ध में सबसे ज्यादा तेवर ईरान ही दिखा रहा है।
तेवर दिखाते हुए ईरान ने इजराइल को जिंदा दफनाने की धमकी दी है। इजराइल के अलावा ईरान ने दुनिया को भी महाविनाश की धमकी दी है। अब सवाल उठता है कि हमास इजराइल युद्ध में ईरान इतना आक्रामक क्यों है? क्या गाजा के बहाने अब विश्व युद्ध का कोहराम मचने वाला है? क्या गाजा-इजराइल वॉर के बीच में ही अमेरिका और ईरान में जंग शुरू होने वाली है, क्योंकि ये दोनों ही एक दूसरे के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर रहे हैं।
मिडिल ईस्ट में अमेरिका के ठिकानों पर कब-कब हमले?
- 17 अक्टूबर- ईराक अल-हरीर एयरबेस
- 18 और 23 अक्टूबर- सीरिया अल-टैंक गैरासन
- 19 अक्टूबर- ईराक बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट
- 19,22 और 23 अक्टूबर- सीरिया अल असद एयरबेस
- 24 अक्टूबर- सीरिया अल ओमर ऑयल फील्ड
- 26 अक्टूबर- ईराक एरबिल एयरबेस
इन हमलों के जवाब में ही अमेरिका ने पूर्वी सीरिया में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर और उसके सहयोगी समूहों के ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, आतंकी अमेरिकी ठिकानों पर हमले कर रहे थे। पिछले सप्ताह में इराक में कम से कम 12 बार और सीरिया में 4 बार अमेरिकी और गठबंधन सैनिकों पर हमला किया गया है। इन सभी घटनाओं को देखा जाए तो लगता है कि अब दुनिया के लिए वॉर का एक नया फ्रंट खुलता नजर आ रहा है।
अगर दुनिया के वॉर फ्रंटों की बात करें तो…
- रूस और यूक्रेन के बीच पहले से ही जंग चल रही है
- इजराइल और ईरान भी बिलकुल युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं
- लीबिया में भी इजराइल को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं
- चीन और ताइवान के बीच भी आए दिन जंग की आहट सुनाई देती है
- एक वॉर फ्रंट उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच खुला हुआ है
- अफ्रीका के देश नाइजर में फ्रांस के खिलाफ बगावत भड़की हुई है
- पोलैंड और बेलारूस के बीच भी कभी भी जंग शुरू हो सकती है
- रूस और फिलैंड के बीच भी बॉर्डर पर तनाव बरकार है
- अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच भी जंग का माहौल है।
इसके अलावा कई देश गुपचुप तरीके से परमाणु शक्ति को बढ़ा रहे हैं। खाड़ी में ईरान और इजराइज का टशन यूं तो बहुत पुराना है, लेकिन जब से खबर आई है कि ईरान परमाणु बम बनाने की कोशिशों में जुटा है, तभी से ईरान के खिलाफ इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मोर्चा खोल दिया है और इस बार तो उन्होंने खुले तौर पर बोल दिया कि ईरान को एटम बम बनाने से रोकने के लिए इजराइल किसी भी हद तक जा सकता है।