एक तरफ जहां भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है, वहीं पाकिस्तान के कई इलाकों में आतंकियों की घुसपैठ लगातार जारी है। इसी बीच, पाकिस्तानी सेना ने उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा राज्य में तीन अलग-अलग अभियानों में पांच आतंकियों को मार गिराया, जबकि दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया।
बताया गया कि सुरक्षा बलों को आतंकियों की मौजूदगी को लेकर खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर ये ऑपरेशन चलाए गए। उत्तरी वजीरिस्तान जिले के दोसाली क्षेत्र में भी दो आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया यूनिट आईएसपीआर (ISPR) ने बताया कि ये अभियान 30 अप्रैल और 1 मई को बाजौर, उत्तरी वजीरिस्तान और मोहमंद जिलों में चलाए गए। मारे गए और गिरफ्तार किए गए आतंकी कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहे हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने सेना के इस अभियान की सराहना की है।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्या कदम उठाए?
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। 3 मई को डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने पाकिस्तान के साथ सभी प्रकार के आयात पर पूरी तरह रोक लगा दी। इसके साथ ही डायरेक्टरेट जनरल ऑफ शिपिंग ने आदेश जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तानी जहाजों को भारत के बंदरगाहों पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्या फैसला लिया?
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई फैसले लिए। 3 मई को DGFT ने पाकिस्तान से सभी प्रकार के आयात पर पूरी तरह रोक लगा दी। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ शिपिंग ने भी आदेश जारी किया कि पाकिस्तानी जहाजों को भारत के किसी भी बंदरगाह पर प्रवेश नहीं मिलेगा।
अब तक क्या क्या कदम उठाए गए?
पहलगाम हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के खिलाफ कई कदम उठाए हैं। सबसे पहले भारत सरकार ने सिंधु जल समझौता स्थगित कर दिया और सभी पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने का आदेश दे दिया। इसके बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे के लिए एयरस्पेस को भी बंद कर रखा है। जवाब में पाकिस्तान ने भी भारतीयों को पकिस्तान छोड़ने के लिए कह दिया है और शिमला समझौता स्थगित कर दिया है।