भूकंप के भयंकर झटकों से धरती एक बार फिर कांप गई। आज मंगलवार की सुबह न्यूजीलैंड के रिवर्टन तट पर जोरदार भूकंप आया। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल 6.5 से 6.8 के बीच रही। भूकंप का केंद्र 159 किलोमीटर दूर पश्चिम दक्षिण पश्चिम में जमीन के अंदर 10 किलोमीटर (6.21 मील) की गहराई में मिला।
हालांकि भूकंप से किसी तरह का नुकसान होने की रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन भूकंप के झटकों से इलाके में अफरातफरी जरूर मच गई थी। बता दें कि न्यूजीलैंड देश भूकंप के सेंसिटिव जोन में आता है और इतनी तीव्रता वाले भूकंप यहां आते रहते हैं। सरकार हमेशा भूकंप से निपटने की तैयारी में रहती है। क्योंकि इतनी या इससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप सुनामी ला सकता है।
An earthquake with a magnitude of 6.5 on the Richter Scale hit Off the West Coast of South Island, New Zealand, at 07.13 IST today.
---विज्ञापन---(Source – National Center for Seismology) pic.twitter.com/OAiVCCBcH0
— ANI (@ANI) March 25, 2025
न्यूजीलैंड में भूकंप का इतिहास और नुकसान
न्यूजीलैंड की आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी के अनुसार, न्यूजीलैंड में 6 से ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप अकसर आते हैं, लेकिन 7 की तीव्रता तक पहुंचने पर भूकंप सुनामी ला सकता है। हालांकि भूकंप प्रभावित ज्यादातर क्षेत्र अब भूकंप-प्रतिरोधी इमारतों से लैस हैं, लेकिन सुनामी जमीनी स्तर पर तबाही मचा सकती है। फिर भी सरकार हालातों पर नजर बनाए हैं। क्योंकि अब से पहले साल 2011 में न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में आए 6.3 तीव्रता के भूकंप ने 185 लोगों की जान ले ली थी। न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलियाई और प्रशांत महासागर के नीचे बनी प्लेटों के बीच बसा है, इसलिए यह देश भूकंप का केंद्र बना रहता है।
ऑस्ट्रेलियाई और प्रशांत महासागर के नीचे बनी प्लेटों की सीमा मैक्वेरी द्वीप से लेकर केरमाडेक द्वीप रेंज तक फैली है। साल 1900 के बाद से अब तक न्यूजीलैंड में 7.5 से अधिक तीव्रता के 15 भूकंप आ चुके हैं। 9 भूकंप मैक्वेरी रिज के पास आए। साल 1989 में 8.2 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया था और यह भूकंप भी इसी एरिया में आया था। न्यूजीलैंड के इतिहास का सबसे बड़ा भूकंप साल 1931 में हॉक्स बे क्षेत्र में आया था। इस भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई थी। 256 लोगों की जान गई थी।