नई दिल्ली: अफ्रीकी देश सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच हिंसक झड़प जारी है। राजधानी खार्तूम में गृह युद्ध जैसे हालात हैं। सबसे अधिक हिंसा सेना मुख्यालय, रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रपति भवन के आसपास हो रही हैं। सूडानी सेना और आरएसएफ एक दूसरे पर हमला करने का आरोप लगा रहे हैं।
फिलहाल तनाव की स्थिति को देखते हुए भारतीय दूतावास ने सूडान में रह रहे भारतीयों के लिए एडवायजरी जारी की है। सूडान में करीब 1500 भारतीय रहते हैं।
भारत सरकार ने कहा- अपडेट की प्रतीक्षा करें
भारतीय दूतावास ने हिंसा की खबरों की बीच ट्वीट किया। भारतीयों से कहा कि गोलीबारी और झड़पों की सूचना के मद्देनजर सभी भारतीयों को अत्यधिक सावधानी बरतने, घर के अंदर रहने और तत्काल प्रभाव से बाहर निकलने से रोकने की सलाह दी जाती है। कृपया शांत रहें और अपडेट की प्रतीक्षा करें।
The Embassy of India in Sudan advises Indians to stay indoors in view of reported firings and clashes in the country pic.twitter.com/41tESh5r0v
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) April 15, 2023
2021 में हुआ था सैन्य तख्तापलट, तभी से चल रहा तनाव
दरअसल, 2021 में सूडान में सैन्य तख्तापलट हुआ था। उसके बाद से सेना और अर्द्धसैनिक बलों से जनरल के एक संप्रभु परिषद के जरिए देश पर शासन चल रहा है। सेना के चीफ जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान परिषद में नंबर एक की हैसियत रखते हैं। जबकि नंबर दो पर अर्धसैनिक कमांडर मोहम्मद हमदान डागलो हैं। अद्धसैनिक बल को अब्देल सूडानी सेना में शामिल कराना चाहते हैं। लेकिन कमांडर मोहम्मद हमदान इसे 10 साल के लिए टालना चाहते हैं। यही संघर्ष की प्रमुख वजह है।
अचानक भड़की हिंसा, आरएसएफ ने किया बड़ा दावा
लंबे समय से चल रहे तनाव के बाद शनिवार को सूडान में हिंसा भड़क गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दक्षिण खार्तूम में आरएसएफ बेस के पास हिंसा, जोरदार विस्फोट और गोलियां चली हैं। आरएसएफ ने खार्तूम हवाईअड्डे पर नियंत्रण कर लिया है। समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि हमले के बीच बचने के लिए लोगों को भागते हुए देखा गया। सेना ने लड़ाई के लिए अर्धसैनिक बलों को जिम्मेदार ठहराया है।
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