नई दिल्ली: चीन और ताइवान के बीच जारी टेंशन के बीच ताइवान के डिफेंस मिनिस्ट्री की ओर से बड़ा दावा किया गया है। ताइवान के रक्षा मंत्रायल की ओर से कहा गया है कि चीन ताइवान का मॉडल बनाकर हमले की तैयारी कर रहा है। रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि ताइवान के आसपास कई चीनी विमानों और जहाजों की जानकारी मिली है जो हमारे द्वीप का मॉडल बनाकर हमले की तैयारी कर रहे हैं। इन विमानों में से कुछ ने मध्य रेखा को भी पार कर लिया है।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने आज ट्वीट किया कि ताइवान द्वीप के आसपास पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कई एयरक्राफ्ट का पता चला है, कुछ ने मध्य रेखा को पार कर लिया है। बता दें कि अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन अपनी सैन्य गतिविधियों को बढ़ा रहा है। शुक्रवार को ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 68 चीनी सैन्य विमानों और 13 युद्धपोतों ने युद्धाभ्यास में भाग लेने के लिए मध्य रेखा को पार किया।
क्या है मध्य रेखा
मेडियन लाइन या मध्य रेखा चीन और ताइवान के बीच एक अनौपचारिक लेकिन एक बार बड़े पैमाने पर पालन की जाने वाली सीमा है जो ताइवान स्ट्रेट के बीच में चलती है, जो ताइवान और चीन को अलग करती है। पिछले दो वर्षों में चीनी अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से आवाज उठाई है कि उनके विचार में मध्य रेखा मौजूद नहीं है। इस सप्ताह के अभ्यास के दौरान मध्य रेखा की घुसपैठ में बड़ी वृद्धि हुई है। ताइवान ने बुधवार और गुरुवार को जिन 49 विमानों की घुसपैठ की सूचना दी, उनमें से 44 में चीनी विमान शामिल थे जो मध्य रेखा को पार कर रहे थे।
उधर, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैन्य अभ्यास के बाद ताइवान के प्रधानमंत्री सु त्सेंग-चांग ने चीन को दुष्ट पड़ोसी बताया है। बता दें कि चीन ताइवान के तटों से दूर छह क्षेत्रों में सैन्य अभ्यास कर रहा है जो रविवार तक चलेगा। चीन ने शुक्रवार को कहा कि पिछले दो दिनों में ताइवान के आसपास के सैन्य अभ्यास में 100 से अधिक लड़ाकू विमानों और 10 युद्धपोतों ने हिस्सा लिया है।