---विज्ञापन---

सलमान रुश्दी के बाद इस राइटर को मिली जान से मारने की धमकी, लिखा- यू आर नेक्स्ट

नई दिल्ली: भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी पर हमले के बाद चर्चित हॉलीवुड फिल्म ‘हैरी पॉटर’ की राइटर जेके राउलिंग को जान से मारने की धमकी मिली है। 57 साल राउलिंग ने ट्विटर पर एक यूजर की ओर से दी गई धमकी के स्क्रीनशॉट को अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। हैरी […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Aug 14, 2022 13:43
Share :

नई दिल्ली: भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी पर हमले के बाद चर्चित हॉलीवुड फिल्म ‘हैरी पॉटर’ की राइटर जेके राउलिंग को जान से मारने की धमकी मिली है। 57 साल राउलिंग ने ट्विटर पर एक यूजर की ओर से दी गई धमकी के स्क्रीनशॉट को अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है।

हैरी पॉटर की लेखिका ने रुश्दी को चाकू मारने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि उन्हें बहुत दुख है, उम्मीद करती हूं कि सलमान रुश्दी जल्द ठीक होंगे। इसके जवाब में एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “चिंता मत करो। आप अगले हैं।”

सलमान रुश्दी को वेंटिलेटर से हटाया गया, कर रहे हैं बातचीत

उधर, सलमान रुश्दी की हालत ठीक बताई जा रही है। उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया है। कहा जा रहा है कि वे बातचीत कर रहे हैं। रुश्दी के साथी राइटर आतिश तासीर ने शनिवार शाम को ट्वीट कर उनके सेहत के बारे में जानकारी दी।

लेक्चर देने से पहले हमलावर ने मारा था चाकू

बता दें कि न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान में रुश्दी को लेक्चर देना था। इस दौरान वहां पहुंचे हमलावर हादी मतर के पास मंच तक पहुंचने के लिए पास था। मेजर स्टैनिज़ेव्स्की ने कहा कि आरोपी के पास से एक बैग मिला है जिसमें कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामान थे। उन्होंने कहा कि जांच अभी शुरुआती चरण में है और फिलहाल हमले के पीछे के मकसद के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। स्टैनिज़ेव्स्की ने कहा कि न्यूयॉर्क पुलिस हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए एफबीआई और शेरिफ ऑफिस के साथ काम कर रहा है।

सैटेनिक वर्सेज किताब के लिए रुश्दी को मिल रही थी धमकियां

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सलमान रुश्दी को उनकी किताब सैटेनिक वर्सेज किताब के लिए पिछले कई सालों से धमकियां मिल रही थीं। ये सलमान की चौथी किताब थी। 1988 में पब्लिश इस किताब के मार्केट में आने के बाद एक समुदाय विशेष के बीच आक्रोश फैल गया और उन्होंने इस किताब को ईशनिंदा करार दिया था। किताब और सलमान के खिलाफ पूरी दुनिया में विरोध प्रदर्शन होने लगा था और किताब पर प्रतिबंध की भी मांग की गई थी।

ईरानी नेता ने रुश्दी के खिलाफ जारी किया था फतवा

किताब के पब्लिश होने के एक साल बाद ईरान के नेता अयातुल्ला खुमैनी ने रुश्दी के खिलाफ फतवा भी जारी किया था। कहा जाता है कि धमकियों के बाद भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी करीब 10 साल तक छिपे रहे थे। बता दें कि सलमान रुश्दी पर शुक्रवार को उस समय चाकू से हमला कर दिया गया जब वे पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान में लेक्चर देने वाले थे। उन्हें हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी चोटों के इलाज के लिए उनकी सर्जरी की गई।

First published on: Aug 14, 2022 01:43 PM
संबंधित खबरें