Aukus Deal: चीन की बढ़ती दादागिरी से निपटने के लिए ऑस्ट्रेलिया अमेरिका से 5 परमाणु पनडुब्बियां खरीदेगा। ऑस्ट्रेलियाई नौसेना अधिकारियों की मानें तो परमाणु क्षमता से लैस ये पनडुब्बियां साल 2032 तक ऑस्ट्रेलिया की नौसेना में शामिल हो जाएंगी। ये पनडुब्बियां ऑकस डील के तहत खरीदी जा रही हैं।
अमेरिकी तकनीक का होगा इस्तेमाल
राॅयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार इस डील पर सितंबर 2021 में समझौता हुआ था। समझौते के अनुसार एक सबमरीन आने वाले समय में ऑस्ट्रेलिया के बंदरगाह पर जाएगी। साल 2032 तक नई श्रेणी की सबमरीन ब्रिटेन के डिजाइन और अमेरिका की तकनीक के आधार पर बनाई जाएगी। तीन दिनों के भारत दौरे पर आए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज सोमवार को बाइडेन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से अमेरिका के कैलिफोर्निया में मुलाकात करेंगे।
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में अमेरिका तैनात करेगा सबमरीन
इस डील का उद्देश्य हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती दादागिरी पर लगाम लगाना था। चीन इस डील को खुद को घेरने की साजिश के रूप में देख रहा है। अमेरिकी नैवी अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अमेरिका साल 2030 तक अपनी कुछ सबमरीन को पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में तैनात करेगा। इसके बाद 2032 तक ऑस्ट्रेलिया 3 वर्जीनिया क्लास की सबमरीन खरीदेगा।
और पढ़िए –पाकिस्तान के कराची में 16 मंजिला इमारत में लगी आग, कई घायल
ऑस्ट्रेलिया हिंद-प्रंशात क्षेत्र में चीन की चुनौतियों से निपटने के लिए परमाणु पनडुब्बियों पर दांव लगा रहा है जो बहुत लंबे समय तक समुद्र के अंदर छिपी रह सकती हैं। इन पनडुब्बियों को पकड़ पाना आसान नहीं होता है। बता दें कि अभी ऑस्ट्रेलिया के पास 6 परंपरागत कोलिन्स क्लास की सबमरीन है। हालांकि ये पनडुब्बियां कहां बनेगी इस पर अभी भी संशय बना हुआ है।
और पढ़िए – दुनिया से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें
Edited By