अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में मंगलवार को विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इशारों-इशारों में पाकिस्तान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ” भारत को आतंकवाद के खिलाफ लोगों की रक्षा करने का पूरा अधिकार है। हम उस अधिकार का प्रयोग करेंगे और पहले किया भी है। हम उम्मीद करते हें कि हमारे क्वाड पार्टनर इसे समझेंगे। इस दौरान विदेश मंत्री अमेरिका और चीन पर पर भी बात की। जयशंकर ने क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की मीटिंग के दौरान ये बातें कही।”
आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आगे कहा कि दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी चाहिए। इस नीति से ही आतंकवाद को जड़ से खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पीड़ितों और अपराधियों को कभी समान नहीं माना जाना चाहिए। क्योंकि पीड़ित असहाय होता है तो अपराधी बलवान होता है। सभी को पीड़ितों की मदद करने की चाहिए।
#WATCH वाशिंगटन डीसी: क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, “दुनिया को आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता दिखानी चाहिए। पीड़ितों और अपराधियों को कभी भी समान नहीं माना जाना चाहिए। भारत को आतंकवाद के खिलाफ अपने लोगों की रक्षा करने का पूरा अधिकार है और… pic.twitter.com/cZ2Bf89eYd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 1, 2025
---विज्ञापन---
विकास और सुरक्षा के लिए सही निर्णय लेना जरूरी
जयशंकर ने कहा कि हम सभी स्वतंत्र हैं। हिंद-प्रशांत के सभी देशों विकास और सुरक्षा पर सही निर्णय लेना जरूरी है। बता दें कि भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो, जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग अमेरिकी विदेश विभाग में क्वाड विदेश मंत्रियों की मीटिंग के लिए पहुंचे हें।
चीन को बताया पड़ोसी
एक सवाल के जवाब पर विदेश मंत्री ने कहा कि हम चीन के सबसे बड़े पड़ोसी हैं। हम उनके साथ सीमा साझा करते हैं। हम चीन के साथ संबंध चाहते हैं। इस पर दोनों देशों में बात भी चल रही है। वैसे बीजिंग शहर से भारत का व्यापक स्तर पर व्यापार होता है, लेकिन यह संतुलित नहीं है। इस पर काम करना होगा। इस पर चीन को ही विचार करना होगा।
#WATCH वाशिंगटन डीसी: क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, “…हम सभी एक स्वतंत्र और खुला हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस उद्देश्य के लिए, हमारे प्रयास एक नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए… pic.twitter.com/s0yizqfAoI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 1, 2025
अमेरिका और चीन की सोच की अलग
जयशंकर ने कहा कि अमेरिका और चीन एक-दूसरे के लिए अलग-अलग तरह से सोचते हैं। दोनों देशों ने एक-दूसरे के प्रति उसी सोच को फिट कर लिया है। निश्चित रूप से इसमें दोनों देशों की रणनीति शामिल हैं। इससे ज्यादा इन देशों के बारे में क्या कहा जा सकता है?
Just finished a very productive meeting of Quad Foreign Ministers in Washington DC.
Discussed how to make Quad more focused and impactful on contemporary opportunities and challenges.
Today’s gathering will strengthen strategic stability in the Indo – Pacific and keep it free… pic.twitter.com/M9Vg5NaxMR
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 1, 2025