Congress Symbol Connection with Abhay Mudra: 18वीं लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस भाषण के दौरान राहुल गांधी ने भगवान शिव को अपनी प्रेरणा बताते हुए तस्वीर लहराई। इस पर स्पीकर ने उनको टोकते हुए रूल बुक निकाल ली। स्पीकर ने राहुल गांधी को भगवान शिव की तस्वीर निकालने से रोक दिया। इस दौरान राहुल गांधी ने अभय मुद्रा का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कांग्रेस अभय मुद्रा में है। ऐसे में आइये जानते हैं क्या होती है अभय मुद्रा?
बता दें कि गायत्री की 32 मुद्राओं में से अभय मुद्रा भी एक है। पहले इस मुद्रा का इस्तेमाल योग क्रियाओं में किया जाता था, लेकिन समय बीतने के साथ ही उनका इस्तेमाल आशीर्वाद स्वरूप भी किया जाने लगा। ऐसे में कांग्रेस पार्टी का चुनाव चिन्ह भी इसी मुद्रा से लिया गया है। 1952 के पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का चुनाव चिन्ह गाय-बछड़े की जोड़ी था। इसके बाद 1969 के चुनाव तक कांग्रेस का चुनाव चिन्ह यही रहा। 1977 में चुनावी हार के बाद इंदिरा गांधी ने पार्टी का चुनावी चिन्ह हाथ का पंजा कर दिया था। ऐसे में राहुल गांधी ने अपने भाषण में इस मुद्रा का महत्व भी समझाया। ऐसे में आइये जानते हैं कैसे इंदिरा गांधी ने देवरिया के एक बाबा की प्रेरणा से अपनी पार्टी का चुनाव चिन्ह अभय मुद्रा या हाथ का पंजा रख दिया था। देखें वीडियो…