ज्यादातर लोग ट्रेन में सफर करना पसंद करते हैं, क्योंकि यह उनके बजट के अनुसार और किफायती होता है। ऐसे में अगर आप भी अक्सर ट्रेन से यात्रा करते हैं और वेटिंग टिकट पर ही डिपेंड रहते हैं, तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि भारतीय रेलवे ने एक बड़ा बदलाव करते हुए स्लीपर क्लास के टिकट अब फर्स्ट एसी में अपग्रेड नहीं करने का फैसला लिया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि भले ही बर्थ खाली क्यों न हो, उसे नहीं दिया जा सकता है। पहले वेटिंग टिकट वाले कई यात्रियों को उपलब्ध होने पर उच्च श्रेणी के बर्थ दे दिए जाते थे, पर अब ऐसा नहीं होगा।
ऑटो-अपग्रेड सिस्टम कैसे करेगा काम?
13 मई को जारी एक सर्कुलर में कहा गया कि यदि आपने किसी विशेष श्रेणी में टिकट बुक किया है और कोई सीट उपलब्ध नहीं है, यानी कि आपकी टिकट वेटिंग लिस्ट में है और फर्स्ट एसी में सीटें उपलब्ध हैं, तो भी आपकी सीट अपग्रेड की जा सकती है, लेकिन इसमें आपको केवल दो श्रेणी तक ही अपग्रेड किया जाएगा, उससे आगे नहीं।
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क्या है IRCTC टिकट अपग्रेड नियम?
IRCTC ने यात्रियों को बड़ी राहत देते हुए वेटिंग लिस्ट वाले टिकटों के लिए ऑटोमैटिक अपग्रेड स्कीम को और भी आसान बना दिया है। भारतीय रेलवे की नई अधिसूचना के अनुसार, आपने जिस क्लास में टिकट बुक किया है, उसमें कोई सीट खाली नहीं है, लेकिन उच्च श्रेणी में कोई सीट खाली है तो आपका टिकट बिना एक्स्ट्रा पैसे दिए अपग्रेड हो जाएगा। हालांकि, ये अपग्रेड ज्यादातर दो लेवल तक ही सीमित रहेंगे।
टिकट बुक करते समय कैसे करें सीट अपग्रेड?
जब आप IRCTC की वेबसाइट पर या ऐप द्वारा टिकट बुक करते हैं, तो उस समय आपको ऑप्शन दिया जाता है कि क्या आप ऑटो-अपग्रेड के लिए तैयार हैं। यदि आप “हां” पर क्लिक करते हैं, तो आपका टिकट अपग्रेड के योग्य हो जाता है। यदि आप “नहीं” चुनते हैं, तो इसे अपग्रेड नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही, अगर आप कोई भी ऑप्शन नहीं चुनते हैं, तो सिस्टम डिफॉल्ट रूप से इसे “हां” मान लेता है।
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