जयपुर: छोटा हो या बड़ा, जब भी किसी झमेले में फंस जाते हैं तो सामने वाले को कोर्ट में देख लेने की बात कहते हैं। हमें भरोसा होता है कि वहां हमारी बात सुनी जाएगी। हक की इस लड़ाई में एक वकील की बहुत अहम भूमिका होती, मगर जब वकील वकालत छोड़कर महाभारत का अर्जुन बन जाए तो फिर…? अब शायद आप कहेंगे कि भैया फिर तो राम ही रखवाला है। मंगलवार को राजस्थान की सबसे ऊंची अदालत (जयपुर स्थित हाईकोर्ट) से ऐसी ही घटना सामने आई है। यहां एक बेहद छोटी सी बात के लिए दो नामी वकील आपस में भिड़ गए। फिर जमकर लात-घूंसे चले। जानें क्या है पूरा मामला…
मामला बीती 23 अगसत को हाईकोर्ट के चैंबर्स एरिया में घटी एक घटना का है। इस संबंध में महानगर के अशोक नगर थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक यहां के सी-स्कीम में रह रहे राजस्थान हाईकोर्ट के सीनियर वकील प्रवीण बलवदा दोपहर 1 बजे अपनी पत्नी भावना के साथ लंच पर चले गए। जिस वक्त वह लौटे, उनके साथ बैठने वाले एक साथी वकील मनोज चौधरी उठकर चले गए। इसके काफी देर बाद जब एडवोकेट प्रवीण बलवदा को चैंबर में कुर्सी पर लटका कोट पहना तो उसकी जेब से कीमती पैन गायब था।
शक के चलते उन्होंने साथी एडवोकेट मनोज चौधरी को फोन करके इस बारे में पूछा तो सामने वाला साथी आग बबूला हो गया। थोड़ी देर बाद दोनों वापस चैंबर में मिले तो नौबत लात-घूंसों तक आन पहुंची। इतना ही नहीं, बात घर के लोगों को मारने-पीटने और जान से मार देने की धमकी तक भी बढ़ गई। आखिर प्रवीण बलवदा के पिता ने अशोक नगर थाने में पैन चोरी हो जाने की रिपोर्ट दर्ज करवा दी।