Gujarat News : गुजरात के खेड़ा जिले में मौजूद एक मंदिर की अनोखी परंपरा है। इस मंदिर में 151मण अन्नकूट प्रसाद को लूट के लिए रखा जाता है। बड़ी संख्या में लोग मंदिर के पास एकत्रित होते हैं और प्रसाद को लूटने के लिए टूट पड़ते हैं। कुछ भक्त ऐसे भी होते हैं, जिन्हें प्रसाद मिल पाता है और जिन्हें मिल पाता है वह बोरे में भरकर ले जाते हैं।
गुजरात के खेडा जिले के यात्राधाम डाकोर में ये परंपरा सालों से चली आ रही है, ये परंपरा ना सिर्फ अलग है बल्कि अनोखी भी है। जिसके तहत मंदिर में भगवान के सामने 151 मण, लगभग 2 हजार किलो का अन्नकूट रखा जाता है और इसे लूटने के लिए मंदिर की तरफ से 80 से अधिक गांव के लोगों को आमंत्रित किया जाता है।
लूटा जाता है 2 हजार किलो प्रसाद
प्रसाद को लूटने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं लेकिन 2 हजार किलो का अन्नकूट में से कुछ लोग बोरी भरकर प्रसाद ले जाते हैं तो किसी को सिर्फ एक दाना तो किसी को वो भी नहीं मिल पाता। जानकरी के अनुसार, इस प्रसाद को लूटने से पहले भगवान को भोग लगाया जाता है।
न्नकूट की लूट
---विज्ञापन---खेडा के डाकोर मे 151मण अन्नकूट प्रसादी की लूंट
खेडा जिले के यात्राधाम डाकोर में सालों से एक अलग ही परंपरा चली आ रही है.
डाकोर मंदिर में भगवान के सामने 151 मण यानी २ हजार किलो का अन्नकूट रखा जाता है, pic.twitter.com/DzQIMbV98q
— Avinash Tiwari (@TaviJournalist) November 2, 2024
बताया जाता है कि दोपहर के समय, भगवान का मंदिर बंद कर दिया जाता है और अंदर भगवान के सेवकों द्वारा अन्नकूट का भोग लगाया जाता है। अन्नकूट में कई तरह के सामान मिलाये जाते हैं जिसमें राजभोग के साथ बूंदी, चावल और कई तरह की मिठाइयां मिलाई जाती हैं।
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हर साल करीब 80 गांवों से आए बुलाए गए लोग अन्नकूट को अपना हक समझकर लूटते हैं। प्रसाद को लूटने के बाद इसे परिजनों और रिश्तेदारों में प्रसाद के तौर पर बांटते हैं।