हाल ही में एक बड़ी ही हैरान कर देने वाली कहानी सामने आई है। कहानी कुछ-कुछ भारतीय अभिनेता आयुष्मान खुरान की फिल्म विक्की डोनर से मिलती है, लेकिन थोड़ा अलग भी है। पता चला है कि भूखों मरते एक शख्स ने कभी 68 हजार रुपए (£650) में अपना स्पर्म बेचा था। अब वह अपने बायोलॉजिकल बेटे से मिलने की तमन्ना रखता है, लेकिन उसके सामने समस्या यह है कि उस लड़के की मां उसे मिलने नहीं दे रही और इसी के चलते अब वह खासा मायूस है। इस आदमी ने अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट के निजी जिंदगी से जुड़ी समस्याओं का समाधान देने के लिए प्रचलित विशेष का डियर डिड्रे पर अपनी समस्या को लेकर विचार-विमर्श किया है।
दोस्त ने बताया कमाई का साधन
समाधानकर्ता के मुताबिक दरअसल, परेशान 45 वर्षीय एक व्यक्ति ने बताया कि वह अकेला है। एक वक्त था, जब वह खुद को एक शुक्राणु प्रदाता से बढ़कर कुछ नहीं मानता था। जहां तक इसके पीछे की वजह की बात है, इस शख्स ने बताया कि बरसों पहले उसे नौकरी से निकाल दिया गया तो उसके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया। नौबत दो जून की रोटी तक नसीब नहीं होने की आ गई। फिर एक दोस्त ने पैसे कमाने के तरीके के रूप में शुक्राणु दान का सुझाव दिया तो वह राजी हो गया। उसे लगा कि यह उसके बिलों का भुगतान करने का एक तरीका था। इस शख्स को दोस्त की तरफ से दिए गए एक वेबसाइट के लिंक पर एक औरत का मैसेज मिला, जो उसकी तरह अकेली थी और उसे वो चाहिए था, जो वह देने के लिए तैयार हो चुका था।
प्रेग्नेंसी का पता चला तो घर जाकर दी बधाई
मिली जानकारी के अनुसार महिला की तरफ से £650 का ऑफर पाने के बाद वह अपना स्पर्म एक बर्तन में लेकर महिला के बताए अनुसार उसे देने के लिए शहर के एक कैफे में पहुंचा। एक ही शहर में, मगर अलग-अलग इलाकों में रहने के बावजूद इन दोनों में बहुत कम ही मुलाकात हुई, लेकिन महीनों बाद एक दिन उसे देखकर उसके प्रेग्नेंट होने का अहसास हुआ तो वह (प्रश्नकर्ता) उसे बधाई देने के लिए उसके पास गया। उससे दूर होते वक्त उसे एक अजीब सा पछतावा महसूस हुआ कि वह अपने बच्चे के बारे में बहुत कम जानता है, लेकिन इस बात को हल्के में लेकर आखिर महिला से दूरी बना ली। यह अलग बात है कि जुदाई के वक्त वह खुद भी थोड़ा असहज महसूस कर रही थी।
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प्रश्नकर्ता की मानें तो बड़ा होने के साथ-साथ उसे अहसास हुआ कि उसके कोई अन्य बच्चे होने की संभावना नहीं है, जिसके चलते अब करीब सात साल बाद उसकी जिंदगी में सच सबकुछ बदल चुका है। वह अपने बायोलॉजिकल बेटे का साथ चाहता है, लेकिन उसकी मां इस बात पर विचार करने से इनकार कर देती है। दूसरी ओर वह रोज अपने बेटे के बारे में सोच-सोचकर परेशान है। समझ में नहीं आता कि वह आखिर करे तो करे क्या?
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क्या है इस शख्स की समस्या का समाधान?
उधर, इस सवाल पर समाधानकर्ता कॉलनिस्ट डियर डिड्रे ने कहा कि अगर वह महिला एकल माता-पिता या समलैंगिक जोड़े में है तो कानूनन आप उस बच्चे के पिता हो सकते हैं, लेकिन उनकी जीवन में कदम रखने से पहले इस बात का ख्याल जरूर करें कि उस लड़के के लिए सबसे अच्छा क्या है। भले ही आपकी भावनाएं प्रबल हैं, लेकिन एक कदम पीछे हटें और आप तीनों के लिए व्यावहारिकताओं और भावनात्मक प्रभावों के बारे में फैमिलीज नीड फादर्स की वेबसाइट fnf.org.uk या हेल्पलाइन 0300 0300 363 पर संपर्क करें। इसी के साथ चूंकि बच्चे की मां आपकी भागीदारी का स्वागत करने की संभावना नहीं रखती है और जन्म प्रमाण पत्र पर आपका नाम भी नहीं है तो ऐसे में खुद को साबित करने के लिए कोर्ट में जाना भी ठीक नहीं रहेगा। आखिरी हल वही है, जो एक डॉक्टर या काउंसलर सुझाएगा।