Shoe Care Repair Tips : हर साल करोड़ों जूते कूड़ेदान में फेंके जाते हैं। अकेले अमेरिका में हर साल 30 करोड़ से अधिक जूते कूड़े में जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जूते खराब हो जाते हैं और लोग उन्हें पहनने लायक नहीं मानते हैं। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखकर हम जूतों की लाइफ बढ़ा सकते हैं और अपने पैसे को भी बचा सकते हैं।
रीमेक की CMO कैटरीना कैस्पेलिच का कहना है कि अपने जूतों को फेंकने के बजाय उनकी मरम्मत करना, बर्बादी से लड़ने और पैसे बचाने का एक सरल तरीका है। कैस्पेलिच का कहना है कि अपने जूतों की मरम्मत करना आज के फास्ट फैशन की फेंकने वाली आदत को पीछे धकेलने का एक शक्तिशाली तरीका है। बदलने या फेंकने की जगह उन्हें ठीक करवाकर दोबारा उपयोग कर बर्बादी को कम कर सकते हैं और यह सस्ता भी होगा।
पॉलीयूरेथेन के जूतों को बनाना बहुत मुश्किल
100 साल से जिम मैकफारलैंड का परिवार मोची के व्यवसाय में है। जिम का कहना है कि सस्ती चीजों से बने जूते या मोल्डेड रबर सोल वाले जूतों की मरम्मत करना अधिक कठिन होता है। फ्लोरिडा के लेकलैंड में मैकफारलैंड शू रिपेयर के मालिक मैकफारलैंड ने कहा कि पॉलीयुरेथेन का उपयोग करने वाले जूते बहुत परेशान करने वाले होते हैं। सिंथेटिक चीजें “ब्रेड और दूध” की तरह होती हैं, जो एक समय बाद अपने आप खराब हो जाती हैं। यदि जूते की पॉलीयूरेथेन परत ठीक है तो मोची उसे ठीक कर सकता है लेकिन जब यह खराब होने लगे तो इसे बनाना बहुत मुश्किल होता है।
चमड़े के जूते सबसे फायदेमंद
विशेषज्ञों के अनुसार, अच्छे जूते खरीदने हैं तो चमड़े वाले जूते लेने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि इन्हें दोबारा बनाया जा सकता है, खराब होने पर नया शेप दिया जा सकता है और उनका रंग भी बदला जा सकता है। न्यूयॉर्क में फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की करेन पियर्सन ने कहा कि अच्छी तरह से बनाए गए चमड़े के जूते नियमित पहनने के बावजूद भी सालों तक चल सकते हैं।
जूतों का ऐसे रखें ख्याल
जानकारों का कहना है कि आपके पास जो भी जूते हैं, उनका ख्याल रखा जाना जरूरी है। उन्हें रिपेयर कराने की तुलना में उनकी सुरक्षा में कम खर्चा आता है। जब आप नए चमड़े के जूते खरीदें तो उन्हें तुरंत पॉलिश, मॉइस्चराइज और वाटरप्रूफ भी करवाएं। शू ट्री का उपयोग करने से चमड़े के जूतों का आकार खराब नहीं होता और उन्हें सूखने में भी आसानी होती है। अगर जूतों में कोई गड़बड़ी है तो खुद रिपेयर करने से अच्छा है कि आप उन्हें मोची के पास ले जाएं।
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एक ही जूता रोज पहनना अच्छा नहीं माना जाता है। आपको रोजाना जूते बदलते रहना चाहिए। अगर जूते का सोल टूट रहा है, तो उसे ठीक करने के लिए गोंद लगा देना ही काफी नहीं है। आपको पता होना चाहिए कि जूता किस मटेरियल का है। गोंद गंदगी से चिपकता नहीं है, इसलिए गंदे जूते पर लगाई गई चीजें चिपकेंगी नहीं।