Parasite Eyes : एक महिला की आंख में दो साल तक एक परजीवी पड़ा रहा। काफी परशानी के बाद जब महिला डॉक्टर के पास गई तो उसे हैरान करने वाली जानकारी पता चली। ना सिर्फ महिला बल्कि डॉक्टर भी हैरान थे कि आखिर ये परजीवी आया कहां से?
आर्मिलिफर ग्रैंडिस संक्रमण
जेएएमए ऑप्थैल्मोलॉजी में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया कि महिला की आंख में करीब 2 साल तक परजीवी था। 28 साल की इस महिला को सिर्फ एक गांठ का एहसास हुआ और इसके अलावा कोई भी लक्षण नहीं मिले। हालांकि जब डॉक्टर ने जांच की तो आंख की स्पष्ट बाहरी परत के नीचे (कंजंक्टिवा) एक गतिशील द्रव्यमान मिला। सर्जरी के बाद लगभग 0.4 इंच (10 मिलीमीटर) आकार का एक पीले रंग का लार्वा सामने आया। डॉक्टर का मानना है कि ये एक परजीवी है। इसकी पहचान आर्मिलिफर ग्रैंडिस के रूप में हुई है।
परजीवी के प्राइमरी होस्ट हैं सांप
माना जाता है कि सांप परजीवी प्राइमरी होस्ट माने जाते हैं, जबकि चूहों को इंटरमीडिएट होस्ट मानते हैं। ऐसे में कोई इंसान अगर सांपों के संपर्क में आता है तो वह संक्रमित हो सकता है। इतना ही नहीं, सांपों का कच्चा मांस खाने से भी संक्रमण फैल सकता है।
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हालांकि महिला का कहना है कि वह कभी भी सांप के करीब नहीं गई है। ऐसे में सांप वाली थ्योरी तो फेल हो गई है। हालांकि महिला का कहना था कि मागमरमछ का मांस खाना खूब पसंद करती है। डॉक्टर्स का भी कहना है कि मगरमच्छ का मांस खाने वाले लोगों में आर्मिलिफर ग्रैंडिस संक्रमण का कोई मामला अबतक सामने नहीं आया है लेकिन मगरमच्छ पेंटास्टोमिड ले जा सकते हैं, यह सिद्ध है।
डॉक्टर्स का कहना है कि आर्मिलिफर ग्रैंडिस संक्रमण परजीवी अंडे वाले मगरमच्छ को खाने से भी हो सकता है। इससे यह भी साफ हुआ है कि आर्मिलिफर ग्रैंडिस के लिए अब नए तरीके से भी फैल सकता है। हालांकि डॉक्टर ने यही भी आशंका जताई है कि हो सकता है कि किसी दुकान पर संक्रमित सांप को काटा गया और वहीं पर किसी अन्य जानवर का मीट भी काटा गया, जहां से यह संक्रमण महिला के पास पहुंचा हो।