Nashik-Chandwad Highway Tomb : महाराष्ट्र के नासिक का एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ, इस फोटो में हाईवे के बीच में एक मजार बनाई गई थी। फोटो वायरल होने के बाद इस पर खूब बवाल हुआ। कई लोगों ने कहा कि अगर इस मजार को नहीं हटाया गया तो वहां एक मंदिर भी बनाया जाएगा। कहा जा रहा है कि फोटो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और रात में ही बुलडोजर लेकर पहुंच गया।
हाईवे पर बनी थी मजार
मामला महाराष्ट्र के नासिक-चंदवाड हाईवे का है, जहां डिवाइडर के बीच में ही एक मजार बना दी गई थी। बीजेपी विधायक नितेश राणे ने इसको लेकर सवाल उठाया और कई आरोप लगाए थे। नितेश राणे का कहना था कि इस मजार पर फूल चढ़ाने किए मालेगांव से मौलाना को बुलाया गया था।
वहीं बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया कि मजार बनाने के लिए एक अधिकारी ने 20 हजार रुपये भी लिए, इसकी शिकायत नितिन गडकरी से भी की गई। नितेश राणे ने कहा था कि अगर हाईवे के बीच में बनी मजार पर बुलडोजर नहीं चला तो हम वहीं पर हनुमान मंदिर बनाएंगे।
देखिए वीडियो
नासिक जिले के चंदवाद तहसील में मुंबई आगरा नेशनल हाईवे के डिवाइडर पर अनाधिकृत मज़ार को हटा लिया गया है।
---विज्ञापन---बीजेपी के नेताओं ने विरोध में कहा था नहीं हटी तो हम भी मंदिर बनायेंगे, सड़क के बीच में ही जगह दिखी थी क्या उन्हें? pic.twitter.com/l8TD6PU880
— Anurag Chaddha (@AnuragChaddha) March 2, 2024
इसके बाद इस मजार की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई और प्रशासन पर सवाल उठने लगे। अब एक और तस्वीर वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि मजार वाली जगह पर कुछ अधिकारी और बुलडोजर पहुंच हुआ है। इस मजार को प्रसाशन ने हटा दिया है।
हे हिंदुत्वादी सरकार आहे !
इथे उगाचे लाड चालत नाहीत .. लक्षात ठेव्हा!!
🚩🚩🚩 pic.twitter.com/l0bnlk9eda
— nitesh rane (@NiteshNRane) March 2, 2024
मजार हटाए जाने की फोटो शेयर कर नितेश राणे ने लिखा कि ये हिन्दू सरकार है, याद रखना। नितेश राणे के इस पोस्ट पर तमाम लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। एक ने लिखा कि अच्छा किया कि उसे हटा दिया , अब जितने में इस तरह मजार या मंदिर बने हैं, सब पर कार्रवाई हो। एक ने लिखा कि हिन्दू सरकार है ठीक है लेकिन कम से कम से अवैध निर्माण पर कार्रवाई हुई है, ये कहने में क्या दिक्कत है?
बता दें कि सोशल मीडिया पर तमाम लोग इस कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ इसे धार्मिक चश्मे से देख रहे हैं तो कुछ का कहना है कि इस तरह के अवैध निर्माण पर कार्रवाई होनी ही चाहिए चाहे वो किसी धर्म से जुड़े क्यों न हों।