Mudumalai Tiger Reserve Viral Video : आरक्षित वन में जाने के लिए कई नियम होते हैं। खास तौर पर उस जगह पर जहां जंगली जानवरों को संरक्षित करके रखा गया हो लेकिन देश में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो ना सिर्फ जंगल के लिए बने नियम कानून को ठेंगा दिखाते हैं बल्कि अपनी जान भी जोखिम में डालते हैं। तमिलनाडु के मुदुमलाई टाइगर रिजर्व का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसे देखकर लोग आक्रोशित हो उठे।
वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि मुदुमलाई टाइगर रिजर्व (एमटीआर) के अंदर मसिनागुड़ी-थेप्पाकाडु रोड कुछ गाड़ियां किनारे खड़ी हुई हैं। एक गाड़ी से करीब चार पांच लोग बाहर उतरे हुए हैं और मौज मस्ती कर रहे हैं। जबकि जंगल में गाड़ी से नीचे उतरने पर मनाही होती है। उतरने के बाद एक लड़के ने जो किया, उसने अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर दिया।
एक लड़का गाड़ी से उतरने के बाद चित्तीदार हिरणों के समूह को खदेड़ने लगा, जिससे डरकर हिरण भागने लगे। किसी कार सवार ने इसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में कार का नंबर प्लेट भी HSRP नंबर प्लेट नहीं है।
The incident occurred in the Mudumalai Tiger Reserve, where a young individual stepped out of a car bearing the registration number AP16CV0001 and was seen chasing and disturbing a herd of deer within the forest area. Such actions are strictly prohibited as they disrupt the… pic.twitter.com/p0mnf0s7Lz
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हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद मसिनागुड़ी वन अधिकारियों ने हिरणों के एक समूह को परेशान करने वाले पर्यटकों को खोजना शुरू कर दिया, अंत में तीनों पर कुल 15,000 रुपये का जुर्माना लगाया। अधिकारियों ने बताया कि एस सुरेश, एन अब्दुल्ला और आर नागराज (बदला हुआ नाम) के खिलाफ 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। तीनों ने अपनी कार सड़क किनारे खड़ी की थी और उनमें से एक जंगल के अंदर चला गया।
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एक पर्यटक ने इस घटना को कैमरे में कैद कर लिया और इसे वन चौकी के कर्मचारियों को बताया, जिन्होंने रेंज अधिकारी को इसकी सूचना दी। रेंज अधिकारी ने कहा, “हमने उनके मोबाइल फोन की जांच की है और उनका उद्देश्य रील बनाना नहीं था। वे बस चित्तीदार हिरणों के झुंड के बहुत करीब जाकर नाच रहे थे। वे नशे में भी नहीं थे।”
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अधिकारी ने आगे बताया, “सड़क के किनारे वाहन पार्क करना और जानवरों की तस्वीरें लेना प्रतिबंधित है क्योंकि इससे जानवरों की स्वतंत्र आवाजाही बाधित होगी और यातायात जाम भी होगा।”