नई दिल्ली: पाकिस्तानी पर्वतारोही साजिद सदपारा ने बुधवार को ऑक्सीजन सपोर्ट के बिना दुनिया की 12वीं सबसे ऊंची चोटी ब्रॉड पीक पर चढ़ाई की। दिग्गज पर्वतारोही अली सदपारा के बेटे सदपारा ने स्थानीय या शेरपाओं की सहायता के बिना 8,051 मीटर ऊंची चोटी पर चढ़कर नया मुकाम हासिल किया। दावा किया जा रहा है कि सदपारा ने 8051 मीटर की चढ़ाई बिना ऑक्सीजन सपोर्ट से की है।
माउंट एवरेस्ट पर कर चुके हैं चढ़ाई
उन्होंने जून में दुनिया की नौवीं सबसे ऊंची चोटी नंगा पर्वत पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी। वह ऑक्सीजन सपोर्ट के बिना पाकिस्तान में K2 (8,611m), गशेरब्रम-I (8,080m) और गशेरब्रम-II (8,035m) के साथ-साथ नेपाल में मनास्लु (8,163m) पर चढ़ाई कर चुके हैं। साजिद ने मई 2023 में ऑक्सीजन और शेरपाओं की सहायता के बिना दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की अनूठी उपलब्धि भी हासिल की है। माउंट एवरेस्ट पर बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के सबसे पहले इटली के पर्वतारोही मेस्नर और हैबेलर ने चढ़ाई की थी। उन्होंने ये उपलब्धक 8 मई, 1978 को दोपहर 1 से 2 बजे के बीच हासिल की थी।
#BroadPeak summited without use of supplemental oxygen & assistance.
Single push from basecamp to summit with best outfit @sst8848 @ChhangDawa
🇵🇰 pic.twitter.com/CBQ1xT2gfC— Sajid Ali Sadpara (@sajid_sadpara) July 19, 2023
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वहीं मंगलवार को पाकिस्तान की जानी मानी पर्वतारोही नायला कियानी ने ब्रॉड पीक पर चढ़ने के लिए अपनी यात्रा शुरू की। वह पहले ही 6,100 मीटर की ऊंचाई पर पहुंच चुकी थीं। ब्रॉड पीक पर चढ़कर नैला पाकिस्तान की सभी पांच सबसे ऊंची चोटियों और सभी पांच आठ-हजार मीटर की ऊंचाई को पार करने वाली पहली पाकिस्तानी महिला बन जाएगी। अगर मौसम खराब नहीं हुआ तो नैला इस महीने के अंत तक ब्रॉड पीक पर चढ़ जाएंगी।
Broad Peak 8051m – Summit Update – Seven Summit Treks
• Another ascent of Broad Peak by the team members of Seven Summit Treks, Alina Pekova 🇷🇺 and son of Pakistan 🇵🇰 Sajid Ali Sadpara (No O2) successfully climb Broad Peak today. @sajid_sadpara
• Huge congratulations to… pic.twitter.com/REOzM2zTbP
— Seven Summit Treks 🇳🇵 (@sst8848) July 19, 2023
नंगा पर्वत है किलर माउंटेन
पर्वतारोही हाल ही में नंगा पर्वत पर चढ़ने वाली पहली पाकिस्तानी महिला बनीं। 8,126 मीटर ऊंचे शिखर को मृत्यु दर के कारण ‘किलर माउंटेन’ के रूप में जाना जाता है। पहाड़ पर अस्थिर ग्लेशियरों, हिमस्खलन और तूफान के खतरे के साथ-साथ चढ़ाई कठिन है। वह पाकिस्तान में K2, नंगा पर्वत, गेशेरब्रम 1 और गेशेरब्रम 2 पर भी चढ़ चुकी हैं। उन्होंने मई में नेपाल में माउंट ल्होत्से पर भी चढ़ाई की, जो माउंट एवरेस्ट, के2 और कंचनजंगा के बाद 8,516 मीटर की ऊंचाई पर दुनिया का चौथा सबसे ऊंचा पर्वत है। मई में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ने की उनकी उपलब्धि के लिए उन्हें तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार सितारा-ए-इम्तियाज से सम्मानित किया गया।