Brian Johnson’s “Don’t Die” Movement: क्या आप अमर रहना चाहते हैं? क्या ऐसा कोई तरीका हो सकता है जिससे इंसान कभी न मरे? करोड़पति ब्रायन जॉनसन का मानना है कि यह संभव है। उन्होंने एक नई विचारधारा बनाई है “डोंट डाई”, जो सिर्फ लंबी उम्र ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता को बचाने का वादा करती है। उनका दावा है कि सही जीवनशैली अपनाकर, टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से इंसान मृत्यु को हरा सकता है। उन्होंने इसे एक धर्म की तरह बताया, जिसमें हर कोई शामिल होकर खुद को बेहतर बना सकता है। लेकिन क्या सच में यह संभव है?
ब्रायन जॉनसन का नया विचार
अमेरिका के मशहूर बिजनेसमैन और एंटी-एजिंग एक्सपर्ट ब्रायन जॉनसन ने हाल ही में एक नया “धर्म” शुरू करने की घोषणा की है, जिसे उन्होंने “डोंट डाई” नाम दिया है। उनका मानना है कि यह सोच न सिर्फ इंसानों को बचाएगी, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को भी सही दिशा में ले जाएगी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “डोंट डाई एक नई और बड़ी विचारधारा है। यही तरीका है जिससे हम AI के दौर में आगे बढ़ सकते हैं और मौत की समस्या का हल निकाल सकते हैं।” जॉनसन ने एक नई ऐप भी लॉन्च करने का ऐलान किया और लोगों से इसका हिस्सा बनने को कहा, ताकि वे भविष्य में लोगों के लिए “प्रेरणा और सम्मान” का कारण बन सकें।
Dear humanity,
I am building a religion.
---विज्ञापन---Wait a second, I know what you’re going to say. Hold that knee-jerk reaction and let me explain.
First, here’s what’s going to happen:
+ Don’t Die becomes history’s fastest-growing ideology.
+ It saves the human race.
+ And ushers in… pic.twitter.com/MJcrU9uXNf— Bryan Johnson /dd (@bryan_johnson) March 7, 2025
दुनिया में हो रहे बड़े बदलाव
ब्रायन जॉनसन का मानना है कि दुनिया इस समय चार बड़े बदलावों से गुजर रही है। पहला, हम इंसानों ने सुपरइंटेलिजेंस (AI) बनाने की शुरुआत कर दी है। दूसरा, अभी तक कोई भी विचारधारा ऐसी नहीं है जो AI को पूरी तरह से नियंत्रित कर सके। तीसरा, AI के आने से मानव जाति का भविष्य सुरक्षित रहेगा या नहीं, यह तय नहीं है। चौथा, AI की वजह से अब जैविक मृत्यु को टाला जा सकता है। जॉनसन का कहना है कि हम विलुप्त होने के खतरे में हैं, क्योंकि हमारे पास ऐसा कोई ठोस विचार नहीं है जो इंसानों और AI को एक साथ जोड़ सके। उनका मानना है कि “डोंट डाई” नामक विचार इस समस्या का समाधान हो सकता है और पूरी मानवता के लिए एक महत्वपूर्ण सिद्धांत बन सकता है।
ब्रायन जॉनसन की जीवनशैली
जॉनसन ने बताया कि उन्होंने इस सोच को अपने जीवन में भी अपनाया है। उन्होंने कहा कि वह कई सालों से रोज सही समय पर सोते हैं, एक्सरसाइज करते हैं, अच्छा खाना खाते हैं और अपने शरीर का ध्यान रखते हैं। वह हमेशा कोशिश करते हैं कि उनका शरीर ज्यादा से ज्यादा स्वस्थ रहे। उन्होंने यह भी बताया कि तनाव से दूर रहना, खराब चीजों से बचना और परिवार व दोस्तों के साथ समय बिताना उनकी इस जीवनशैली का हिस्सा है। उनका दावा है कि इसी वजह से उनकी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया बहुत धीमी हो गई है। जॉनसन का कहना है कि यह तरीका पूरी दुनिया, इंसानों और AI के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस विचार को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने “डोंट डाई” नाम का ऐप लॉन्च किया है, जहां लोग अपनी सेहत और जीवनशैली पर नजर रख सकते हैं। जॉनसन का कहना है कि जो लोग भविष्य में रहेंगे, वे समझेंगे कि “डोंट डाई” ने इंसानों को बचाने और AI के साथ तालमेल बैठाने में मदद की। सोशल मीडिया पर इस विचार को अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया मिली। कुछ लोगों ने इसे एक नया आंदोलन कहा, जबकि कुछ को यह पसंद नहीं आया और उन्होंने इसे धर्म से जोड़ने पर आपत्ति जताई। वहीं कई लोग इसे अपनाने को लेकर उत्साहित हैं और अपने शहरों में “डोंट डाई” समुदाय शुरू करने की सोच रहे हैं।