Baba Vanga Prediction on Coronavirus: कोरोना वायरस को लेकर बाबा वेंगा की पुरानी भविष्यवाणियां काफी हद तक ही सच हुई हैं। जापान की बाबा वेंगा ने हालांकि कोविड या कोरोना का जिक्र नहीं किया था, लेकिन उसे उनकी पहले से ने वाले खतरनाक बीमारी से जोड़कर देखा गया। हालांकि बाबा वेंगा ने बीमारी के फिर से लौटने की बात कही थी। बीमारी 2025 में फिर से लौटी तो है, लेकिन इसके केस पहले की तरह जानलेवा नहीं है। डॉक्टरों ने भी स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना के बढ़ते केसों से घबराने की जरूरत नहीं है। कुल मिलाकर बाबा वेंगा की भविष्यवाणियों पर विश्वास केवल आस्था पर निर्भर है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इन्हें पूरी तरह सच नहीं माना जा सकता।
कोरोना आया 2019 में, भविष्यणवाणी 2020 की थी
बाल्कन की नास्त्रेदमस के रूप में जाने जाते बाबा वेंगा ने भले ही अपने जीवन में काफी भविष्य वाणियां की हों, लेकिन वो हमेशा अस्पष्ट रही हैं, जिन्हें लोग अपने स्तर पर मौजूदा घटनाओं से जोड़ देते हैं। ऐसी ही एक भविष्यवाणी कि 21वीं सदी की शुरुआत में घातक बीमारी या अज्ञात वायरस दुनिया में फैलेगा जो बड़े पैमाने पर लोगों को प्रभावित करेगा। कोरोना वायरस भले ही सितंबर-अक्तूबर 2019 में आया, इसलिए इसे कोविड 19 नाम दिया गया, लेकिन दिसंबर 2019 में चीन और आसपास के देशों में इसके केस बढ़े, भारत में इसकी एंट्री 2020 के शुरुआत में हुई।
मार्च-अप्रैल में केस अचानक तेजी से बढ़े और वैश्विक महामारी बन गई। लाखों लोगों की जान गई। लॉकडाउन लगा तो लोगों ने इस आपदा को बाबा वेंगा की भविष्यणवाणी से जोड़ दिया। इसे 2020 की कोविड-19 लहर के साथ जोड़ा गया, जोकि भविष्यवाणी के अनुरूप नहीं थी।
फिर से लौटने पर क्या हुआ दावा, जो आधा सच
रयो तात्सुकी की किताब द फ्यूचर ऐज़ आई सी इट में एक दावा यह भी था कि 2020 का अज्ञात वायरस फिर से और शक्तिशाली होकर लौटेगा, जबकि 2025 में कोरोना के केस फिर से जरूर बढ़ने लगे हैं, लेकिन इसमें शक्तिशाली होने जैसा कुछ नहीं है। हालांकि बीमारी दोबारा लौटी है तो लोग इसे उनकी सटीक भविष्यवाणी मानते हैं। हालांकि संबंधित भविष्यवाणी में वायरस का नाम समेत कई तथ्य अस्पष्ट हैं, इसलिए इसे पूरी तरह सच मानना सही नहीं है।
वहीं, स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी मानते हैं कि वर्तमान मामले गंभीर नहीं हैं और ये ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट से संबंधित हैं, जो गंभीर खतरे का संकेत नहीं देते। इस प्रकार, 2030 की भविष्यवाणी अभी सट्टा है और इसका सच होना भविष्य पर निर्भर करता है।