Success Story: ये तो आपने सुना ही होगा कि अगर इंसान कुछ करने की ठान ले तो कोई भी विपरीत परिस्थिति उसे आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती। जरा सोचिए की एक चाय की दुकान चलाने वाला इंसान कितना कमा सकता है। आप सोच रहे होंगे की मुश्किल से 700-800 रुपये, लेकिन ऐसा नहीं है। आज हम एक ऐसे चाय वाले की जर्नी आपको बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी प्राइवेट नौकरी को छोड़ चाय की दुकान लगा ली। हम जिस इंसान की बात कर रहे हैं उनका नाम है अनंत ठाकरे, तो चलिए जानते हैं उनकी जर्नी।
बी-कॉम तक की पढ़ाई
बहुत से लोगों के दिमाग में ये बात रहती है कि एक कम पढ़ा-लिखा इंसान ही चाय की दुकान चला सकता है, क्योंकि उसके पास जॉब के अच्छे ऑप्शन नहीं होते। लेकिन ऐसा नहीं है, हम जिस चाय वाले के बात कर रहे हैं उन्होंने बीकॉम सेकंड ईयर तक पढ़ाई की। लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति सही न होने की वजह से पढ़ाई को बीच में ही छोड़ वो एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करने लगे। वो प्रतिदिन 12 से 13 घंटे काम कर रहे थे, लेकिन सैलरी बहुत कम थी।
नौकरी छोड़ लगाई चाय की टपरी
अनंत ने घर की जरूरतों और कम सैलरी की वजह से नौकरी छोड़ दी और फिर एक चाय की दुकान लगाने का फैसला किया। लेकिन उनके पास सिर्फ 500 रुपये थे, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और आज के समय में वो उसी चाय की दुकान से रोजाना 2.5 से 3 हजार रुपये कमा रहे हैं और अपने परिवार का निर्वाह कर रहे हैं।
कहां ये अनंत की चाय की दुकान
अनंत की चाय की दुकान अमरावती में वीएमवी कॉलेज के पास है। वहां दुकान खोलने का विचार उनके मन में उस दिन आया जब वो वहां से जा रहे थे और देखा कि आस-पास कोई चाय की दुकान नहीं है ऐसे में उन्होंने वहां पर अपनी दुकान खोलने का मन बना लिया। उनका ये फैसला सही साबित हुआ और आज वो वहां से हर महीने अच्छी कमाई कर रहे हैं और अपने परिवार का निर्वाह कर रहे हैं।
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