एक साइकल से लेकर हवाई जहाज तक परिवहन का कोई भी वाहन हो, सिर्फ दौड़ाने में ही दक्षता होना काफी नहीं है। बड़ी बात तो यह है कि अगर कोई विकट स्थिति आ जाए और जिंदगी को सामने मौत दिखाई दे रही हो तो उसे कैसे टाला जाए। ऐसी ही घटना 35 साल पुरानी है, जब एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की वजह से 95 जिंदगियां उस खतरे में पड़ गई थी और पायलट ने अकल्पनीय समझदारी का परिचय देते हुए मौत को टाल दिया था। जहां तक हादसे की वजह है, 24 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा विमान अचानक दो टुकड़ों में बंट गया था।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरें
दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं। 18 नवंबर को ‘X’ के मोथरा नामक हैंडलर से शेयर इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि हवा में उड़ रहे एक विमान का ऊपरी हिस्सा अचानक गायब हो गया और चालक दल समेत इसमें सवार दूसरे सभी यात्री दहशत में हैं। इन तस्वीरों को गूगल लैंस पर चेक करने के बाद पता चलता है कि यह 28 अप्रैल 1988 को प्रशांत महासागर के ऊपर से उड़ रहे अमेरिकन अलोहा एयरलाइंस के एक जहाज के साथ घटी थी।
Let’s take a moment to remember Aloha Airlines Flight 243.
On April 28th 1988 the roof ripped off the Boeing 737 at 24,000 ft. The chief flight attendant (the only fatality) fell from the plane and debris struck the tail section. Amazingly the pilot still managed to land safely… pic.twitter.com/TAXzlW6KNo— Mothra P.I. (@Hardywolf359) November 17, 2022
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89 यात्रियों और 6 क्रू मेंबर्स दो इंजन वाले जहाज में
दो इंजन और 110 सीटों वाले बोइंग 737-200 जेट इस विमान में 89 यात्रियों और 6 क्रू मेंबर्स सवार थे। जब प्रशांत महासागर के ऊपर से उड़ रहा यह 40 मिनट की उड़ान के आधे रास्ते में था तो अचानक केबिन का भीतरी दबाव कम हो गया और बाहरी हवा का दबाव बहुत अधिक होने के चलते एक छोटे से छेद से शुरुआत हुई, फिर धीरे-धीरे विमान का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से अलग हो गया। कथित तौर पर एक यात्री एरिक बेकलिन के बयान के मुताबिक इस घटना के बाद दहशत में आए चालक दल और यात्रियों ने चिल्लाना शुरू कर दिया।
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13 मिनट हुई लैंडिंग
संघीय उड्डयन प्रशासन के अनुसार कैप्टन ने पहले अधिकारी से नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया और फिर 13 मिनट के बाद जैसे-तैसे पायलट ने बहादुरी का परिचय देते हुए क्षतिग्रस्त विमान को 24,000 फीट की ऊंचाई से जलते हुए इंजन के साथ नीचे उतार दिया। इस घटना में विमान में सवार 95 लोगों में से एक एयर होस्टेस की मौत हो गई थी, वहीं आठ घायल भी हुए थे। इंटरनेट पर इस घटना को लेकर यहां तक भी जानकारी उपलब्ध है कि एक यात्री ने बोर्डिंग के दौरान विमान में में दरार देखी थी, लेकिन उड़ान भरने से पहले चालक दल को सूचित नहीं किया।