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Diwali 2024:अयोध्या से अमृतसर तक, देश के इन 5 शहरों की दिवाली देखने लायक

Diwali 2024: देश के प्रमुख शहरों में दिवाली ऐसे मनाई जा रही है। अयोध्या में भी खास महोत्सव का आयोजन किया गया है। आइए जानते हैं कहां-कहां और कैसे मनाई जा रही है दिवाली।

Edited By : Namrata Mohanty | Updated: Oct 30, 2024 11:28
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Diwali 2024: दिवाली दीयों और खुशियों का त्योहार है। यह पर्व भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इस दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में धूमधाम से दिवाली मनाई जाती है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। अयोध्या में इस साल दिवाली का जश्न सबसे बेहतरीन होने वाला है। मगर सिर्फ अयोध्या नहीं, देश के कई बड़े राज्यों में भी दिवाली की चकाचौंध है। इन 5 शहरों में दिवाली का जश्न सबसे शानदार होने वाला है।

अयोध्या

इस साल अयोध्या की दिवाली पर पूरी दुनिया की नजर है। अयोध्या श्रीराम की जन्मभूमि है, जहां सालों बाद राम लला विराजमान हुए हैं। दरअसल, भगवान राम रावण को हराकर 14 साल के वनवास के पश्चात अयोध्या लौटे थे, जिस खुशी में दिवाली मनाई जाती है। इस साल दिवाली के लिए, अयोध्या 28 लाख दीयों के साथ दिवाली मनाकर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रही है।

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वाराणसी

वाराणसी, जिसे काशी भी पुकारा जाता है, भारत की आध्यात्मिक राजधानी मानी जाती है। काशी दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है और यहां की हवा में भी पवित्रता और आध्यात्मिक ऊर्जा झलकती है। गंगा घाटों पर मां गंगा की आरती की जाती है और पूरे शहर में भजन गूंजते रहते हैं। हर साल दिवाली पर भी लाखों सैलानी यहां पहुंचते हैं, इस साल आप भी दिवाली मनाने वाराणासी जा सकते हैं।

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उदयपुर

राजस्थान का यह शहर झीलों का शहर माना जाता है। यहां भी दिवाली का जश्न धूमधाम से मनाया जाता है। इस शहर की सड़कें रंगीन लाइटों से सजाई जाती हैं। झील के किनारे बसे महलों में भी खूब रोशनी होती है, जो माहौल को और शाही बना देती है। उदयपुर में जगह-जगह पर आतिशबाजी के भी खास प्रबंध आयोजित किए जाते हैं।

अमृतसर

अमृतसर में दिवाली जश्न का एक अलग ही अनुभव मिलता है। दिवाली का पर्व स्वर्ण मंदिर में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन ग्वालियर किले से छठे सिख गुरु और 52 अन्य कैदियों की रिहाई के लिए भी याद किया जाता है। स्वर्ण मंदिर में भी गोल्डन लाइटों से प्रकाश किया जाता है, जो उत्सव में चार चांद लगा देता है।

 

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कोलकाता

कोलकाता में दिवाली के साथ-साथ काली पूजा का विशेष आयोजन किया जाता है। काली पूजा अमावस्या की रात को होती है। इसलिए, दिवाली की रात के लिए यहां काली पूजा के लिए खूबसूरत पंडाल भी सजाए जाते हैं।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Written By

Namrata Mohanty

First published on: Oct 30, 2024 11:28 AM

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