विपिन श्रीवास्तव
Indore Case: इंदौर जिले के बाणगंगा थाने में एक महिला ने अपने ससुरवालों के खिलाफ सुहागरात के दिन वर्जिनिटी चेक करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। महिला ने दहेज प्रताड़ना समेत कई विभिन्न धाराओं में भी केस फाइल किया है। पीड़िता की शादी दिसंबर 2019 में भोपाल के एक लड़के से हुई थी। पीड़िता के मुताबिक सुहागरात के ही दिन उसके ससुरवालों ने वर्जिनिटी चेक की और उसको शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया। इस घटना के बाद से महिला पूरी तरह से टूट गई और उनसे अब इंसाफ की खातिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
सुहागरात पर चेक की वर्जिनिटी
महिला ने थाने में मामला दर्ज कराते हुए ससुवालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करना और शारीरिक और मानसिक तौर पर भी टॉर्चर करने का आरोप लगाया है। पीड़िता के अनुसार दहेज के लिए ससुरवालों ने लगातार उस पर अत्याचार किए। महिला ने बताया कि ससुरवालों ने उसका तीन महीने में गर्भपात भी करवाया। इसके साथ ही घरवालों के लगातार परेशान करने और प्रताड़ित करने की वजह से पीड़िता ने एक मृत बच्ची को भी जन्म दिया। मौजूदा समय में महिला एक बच्ची की मां है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने मामले की जांच की, जिसमें सामने आया है कि ससुरवालों ने अनुचित तरीकों का इस्तेमाल करते हुए पीड़िता की वर्जिनिटी को चेक करने का प्रयास किया। ससुरवालों की इस हरकत से महिला मानसिक और शारीरिक तौर पर पूरी तरह से टूट गई।
कोर्ट का खटखटाया दरवाजा
महिला ने इस शर्मसार करने वाली प्रथा के खिलाफ हिम्मत जुटाते हुए लगभग छह साल बाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पीड़िता को कोर्ट की तरह से उचित कार्रवाई करने का आश्वासन भी मिला है। अधिवक्ता कृष्ण कुमार कुन्हारे ने कहा कि इस तरह की प्रथाएं को बंद किया जाना चाहिए और यह महिलाओं के राइट के पूरी तरह से खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर में सामने आए इस मामले से पता चलता है कि महिलाएं इस तरह की प्रथाओं का अब खुलकर विरोध कर रही हैं।