उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने अवैध धर्मांतरण कराने वाले गैंग के सरगना छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया है। STF का दावा है कि छांगुर बाबा का पूरे इंडिया में नेटवर्क था। बाबा को पाकिस्तान से भी फंडिंग होती थी। ज्यादातार गल्फ देशों से भी बाबा को फंडिंग की जाती रही है।
कौन है छांगुर बाबा?
एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि गिरफ्तार छांगुर बाबा अवैध धर्मांतरण करने वाले गैंग का सरगना है। STF को जानकारी मिली थी कि उतरौला जनपद जिला बलरामपुर में छांगुर उर्फ जमालुद्दीन खुद को हजरत जलालुद्दीन हाजी पीर बताकर एक बड़ा धर्मांतरण रैकेट चला रहा है। जिसके बाद ATS ने छापेमारी कर छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया है। इससे पहले भी इस गैंग के दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन के गैंग में 50 से ज्यादा लोग बताए जाते हैं। भारत के हर राज्य में उसका नेटवर्क फैला हुआ है। STF की जांच में बाबा का पाकिस्तानी कनेक्शन भी सामने आया है। छांगुर बाबा उतरौला के मधुपुर का रहने वाला है।
लखनऊ में ‘घर वापसी’ करने वाले कुछ पीड़ितों ने जिस बलरामपुर के जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा का नाम लिया है, वह अब यूपी एटीएस की जांच के दायरे में है. छांगुर बाबा गैंग के द्वारा गरीब, मजदूर, मजबूर लोगों को लालच देकर धर्मांतरण के लिए टारगेट किया जाता और बात नहीं मानने पर पुलिस थाने व… pic.twitter.com/fS7L7asSvF
— Suryakant (@suryakantvsnl) July 4, 2025
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पूरे परिवार को कराया धर्मांतरण
एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि जांच से पता चला कि छांगुर बलरामपुर में ही मुंबई के नवीन घनश्याम अपनी पत्नी नीतू रोहरा, बेटी समाले रोहरा के साथ रहता था। तीनों मूलरूप से सिंधी है जिनका ब्रेनवाश करके छांगुर शाह ने उन्हें इस्लाम धर्म में शामिल करा लिया। बताया जा रहा है कि इसके बाद तीनों ने अपना नाम जमालुद्दीन, नसरीन और सबीहा रख लिया। इसे गैंग के बारे में और भी बहुत जानकारी मिली है। जांच की जा रही है।
प्रेम जाल में फंसाकर देते थे मोटी रकम
इस गैंग द्वारा मासूम लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर घर परिवर्तन कराया जाता है। इसके लिए गैंग का सरगना इसके लिए मोटी रकम देता है। एटीएस की जांच में पता चला है कि ये गैंग लड़कियों को धर्म परिवर्तन कराने के लिए बहुत मोटी रकम देता है। सामान्य वर्ग से आने वाली लड़कियों को धर्म परिवर्तन करने पर 15 से 20 लाख रुपये दिए जाते थे। इसके अलावा ओबीसी और एससी को 5 से 10 लाख रुपये दिए जाते थे।
100 करोड़ से ज्यादा की हुई फंडिंग
STF की जांच में इस गैंग को 40 अलग-अलग अकाउंट माध्यम से गल्फ कंट्री से 100 करोड़ से ज्यादा की फंडिंग हुई है। एटीएस का दावा है कि पाकिस्तान से भी फंडिंग की जाएगी। एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि जांच चल रही है बाबा की अवैध संपत्ति को चीज किया जाएगा। इस पूरे मामले को लेकर एसटीएफ ने एक मुकदमा पंजीकृत कराया जिसकी जांच एटीएस कर रही है।