उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भयंकर तबाही मची है। सड़कें और पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं या बह गए हैं, ऐसे में रेस्क्यू ऑपरेशन और राहत सामग्री पहुंचाने में भी मुश्किलें आ रही हैं। इसी बीच सीएम धामी ने प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया और लापता लोगों के परिजनों से मुलाकात की है।
शख्स ने कहा- मेरी बहन लापता है
सीएम से मुलाकात करने के बाद महेंद्र सिंह नाम के एक शख्स ने बताया कि उसकी बहन, जीजा और उनके बच्चे लापता हैं। उनकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। सीएम धामी ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही हेली सेवा शुरू की जाएगी ताकि लोगों को घटनास्थल से बचाया जा सके। मेरी बहन, उसका पति और उनका बच्चा कल से लापता हैं। इस घटना के बाद से मैं उनसे बात नहीं कर पाया हूं।
‘मेरा भाई और उसका परिवार लापता’
वहीं एक अन्य शख्स ने कहा, “मैं धराली गांव से हूं और मेरा छोटा भाई और उसका परिवार कल से लापता हैं। सीएम धामी ने कहा कि हम मौसम के ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा सके। सीएम ने हमें आश्वासन दिया है कि लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
वहीं सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि घटना के 10-15 मिनट के भीतर सेना, आईटीबीपी और बचाव दल की टीमें पहुंच गई थीं। घायलों का इलाज सेना के अस्पताल में चल रहा है। बेघर हुए लोगों के रहने और खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है। संचार व्यवस्था प्रभावित हुई है। सड़कें क्षतिग्रस्त हैं, इसलिए सड़क मार्ग से वहां पहुंचना संभव नहीं है।
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धराली में आई आपदा के कारण बड़ी संख्या में लोग लापता हैं, 11 सेना के जवानों का भी कुछ पता नहीं चल सका है। खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर और बचाव दल भी मौके पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। 150 जवानों की एक टुकड़ी राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर हालात की जानकारी ली है।